जैसलमेर पुलिस को रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध हालत में एक 14 साल किशोरी मिली। उसे देह व्यापार में किस तरह धकेला गया, आपबीती सुनाई। उसे तीन बार बेचा गया। जो मिला, उसी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। अब मामला जैसलमेर एसपी अजय सिंह के पास पहुंचा है। उन्होंने आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। इस मामले में शामिल जयपुर के कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जयपुर कमिश्नरेट को भी लिखा है। अलवर एसपी को नाबालिग के परिजनों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए लिखा है। फिलहाल बच्ची को सीडब्ल्यूसी जोधपुर भेजा गया है।

जैसा बालिका वधू ने अपनी आपबीती पुलिस को बताई

अलवर जिले के एक गांव में पैदा हुई। पिता शराबी था। 14 साल की उम्र में ही पिता ने शादी कर दी। ससुराल में हर दिन अत्याचार होता था। तंग आकर एक दिन ससुराल से भागकर मायके आ गई। इस बीच मां ने शराबी पिता को छोड़कर दूसरी शादी कर ली। मां घर से चली गई थी। घरेलू कलह में पिता और भाई पिटते थे। जब सभी हदें पार हो गईं तो वहां से भी भाग गई। मां को खोजने के लिए जयपुर पहुंची। घरवालों ने मेरी गुमशुदगी दर्ज करा कर इतिश्री कर ली। ये घटना 2020 की है।

जयपुर में मेरी मुलाकात एक टैक्सी ड्राइवर से हुई। उसने मुझे गुमराह कर मानसरोवर में एक बिचौलिए राजू पंडित को सौंप दिया। पहली बार राजू पंडित ने ही मुझे वेश्यावृत्ति में धकेला। इस काम में पीड़िता दो अन्य युवकों महेंद्र मीणा व टिंकू जांगिड़ के संपर्क में आई। ये दोनों मानसरोवर में रहते थे। एक दिन महेंद्र मीणा के साथ प्रतापनगर थाने में पकड़ी गई। जयपुर की प्रतापनगर थाना पुलिस ने महेंद्र मीणा को जेल भिजवा दिया। मुझे थाने के कुछ पुलिसकर्मियों ने 10 हजार रुपए में राम निवास गुप्ता नाम के युवक के हाथ बेच दिया। रामनिवास अपनी पत्नी के साथ मुझसे गंदा काम कराता था। एक दिन मौका पाकर अगस्त 2021 में वहां से भाग गई। वापस टिंकू जांगिड़ के संपर्क में आई।

जैसलमेर में अलवर निवासी मनीराम मीणा पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ाई करता है। वो टिंकू जांगिड़ के संपर्क में आया। ये दोनों 13 अगस्त 2021 को मुझे लेकर जैसलमेर आ गए। यहां इन दोनों ने शोषण किया।इसके बाद जैसलमेर के ही एक युवक चेतन को बेच दिया। चेतन ने एक होटल में देह शोषण किया। इसके अलावा 2 अन्य युवकों के साथ टिंकू जांगिड़ ने पैसे लेकर बेच दिया। उन्होंने भी जैसलमेर में देह शोषण किया।

जैसलमेर पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर पकड़ा

जांच अधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि जैसलमेर पुलिस को रेलवे स्टेशन पर 15 अगस्त 2021 के दिन संदिग्ध अवस्था में नाबालिग व मनीराम मीणा मिले। पुलिस ने पूछताछ की तो होश उड़ गए। पुलिस ने नाबालिग के 164 के बयान करवाकर तुरंत प्रभाव से मनीराम मीणा, टिंकू जांगिड़ व चेतन नामक युवक को 376 बी और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है। नाबालिग लड़की को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया।

जैसलमेर एसपी ने जयपुर कमिश्नरेट को लिखा पत्र

पूरे मामले की जांच महिला प्रकोष्ठ के अधिकारी भवानी सिंह कर रहे हैं। भवानी सिंह ने बताया कि लड़की को जैसलमेर में कुछ बिचौलियों ने बेच दिया था। इससे पहले, जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के कुछ पुलिस कर्मियों ने उसे एक अन्य बिचौलिए के साथ पकड़ा था, जिसके बाद उन्होंने उसे एक अन्य बिचौलिए को सौंप दिया। लड़की द्वारा लगाए गए आरोप के बाद जैसलमेर एसपी डॉ अजय सिंह ने जयपुर पुलिस कमिश्नरेट को पत्र लिखा है। उन्होंने आरोपी पुलिस कर्मियों व अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है।