जयपुर। राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच आम सहमति बनाएंगे। दिल्ली से शनिवार शाम जयपुर लौटे गहलोत ने रविवार को टेलिफोन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क साधा और राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सबसे उपयुक्त नेता बताते हुए सर्व सम्मति से मनोनयन करने का आग्रह किया।
शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ सोनिया गांधी की बैठक के बाद गहलोत ने उनसे अलग से मुलाकात की और राहुल गांधी के नाम पर सर्व सम्मति बनाने का जिम्मा संभाला। गहलोत के निकटस्थ सूत्रों के अनुसार वे जनवरी की शुरूआत में एक बार फिर दिल्ली जाएंगे।
गहलोत ने राहुल गांधी व पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से भी बात कर पार्टी में सर्व सम्मति बनाने को लेकर वरिष्ठ नेताओं से बातचीत करने के लिए कहा है। गहलोत के साथ ही कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और राजस्थान के पूर्व सांसद रघुवीर मीणा भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से बात करेंगे। मीणा को दूसरी पंक्ति के नेताओं का मन टटोलने का जिम्मा सौंपा गया है। वे गहलोत द्वारा तय की गई गाइडलाइन के अनुसार काम करेंगे।
वहीं स्वयं गहलोत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बात करेंगे। इनमें वे 23 नेता भी शामिल हैं, जिन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। उल्लेखनीय है कि गहलोत गांधी परिवार के निकट माने जाते। सोनिया गांधी उन पर काफी विश्वास करती हैं।
सचिन पायलट द्वारा उठाए गए मुद्दों का शीघ्र समाधान होगा
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा 6 माह पूर्व प्रदेश के सत्ता और संगठन को लेकर जो मुद्दे उठाए गए थे, उनका समाधान शीघ्र होगा। इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी ने उन्हे आश्वस्त किया है।
पायलट ने बगावत के समय पार्टी आलाकमान के समक्ष कहा था कि तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ संघर्ष करने वाले कार्यकर्ताओं को सत्ता में भागीदारी दी जानी चाहिए। पायलट ने कार्यकर्ताओं को सरकार में प्राथमिकता नहीं मिलने, ब्यूरोक्रेसी के हावी होने सहित कई मुद्दे उठाए थे। उस समय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा व कोषाध्यक्ष स्व.अहमद पटेल ने पायलट को सभी मुद्दो का समाधान करने का आश्वासन दिया था।
पायलट की बगावत के बाद राजस्थान से जुड़े मुद्दों को निपटाने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई थी जिसमें अहमद पटेल,संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल व प्रदेश प्रभारी महासचिव अजय माकन को शामिल किया गया था।
अहमद पटेल की मौत के बाद अब उनके स्थान पर वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी को इस कमेटी में शामिल किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी वाड्रा ने पायलट को दो दिन पहले ही आश्वस्त किया है कि प्रदेश सत्ता व संगठन में फैसले करते सम उनकी राय को प्राथमिकता दी जाएगी।