बीकानेर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि टिड्डी दलों का आक्रमण हो,इससे पहले कृषि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी, ंफील्ड स्टाफ व टिड्डी विभाग के अधिकारी रात्रि में ऑपरेशन चलाकर टिड्डी दलों को नष्ट करने की कार्यवाही करें। इसके लिए संबंधित उपखण्ड अधिकारी से समन्वय रखे और प्रतिदिन टिड्टी को लेकर बैठक आयोजित करें।
मेहता गुरूवार को राजीव गांधी सेवा केन्द्र में वीडियो काॅन्फेसिंग के माध्यम से जिले के सभी उपखण्ड अधिकारियों, ब्लाॅक सीएमओ, तहसीलदार कृषि विभाग व विकास अधिकारियों से कोविड-19 के प्रबंधन, टिड्डी नियंत्रण, गरीब कल्याण रोजगार अभियान और कौशल विकास पोर्टल के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि ब्लाॅक स्तरीय कृषि अधिकारी एवं कृषि पर्यवेक्षकों की प्रतिदिन उपखण्ड अधिकारी के साथ बैठक आयोजित करें। इससे बहुत सी समस्याओं का समाधान होगा। उन्होंने टिड्टी नियंत्रण के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए उप निदेशक कृषि (विस्तार) जगदीश पूनिया को निर्देश दिए कि कृषि पर्यवेक्षक मुख्यालय पर रहे, यह सुनिश्चित किया जाए। साथ ही क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों के सम्पर्क में रहकर, उनका सहयोग लिया जाए। उन्होंने उप निदेशक से टिड्डी नियंत्रण के लिए किसानों को दवाई के छिड़काव, स्प्रेयरों एवं दवाई की व्यवस्था के बारे जानकारी ली। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आने वाले दिनों में टिड्डी दलों के आक्रमण होने पर टिड्डी नियंत्रण के लिए व्यापक प्रबंध करे। किसानों को तकनीकी जानकारी दे एवं प्रगतिशील किसानों की टीम बनाकर टिड्डी नियंत्रण की तैयारी रखें।
जिला कलक्टर ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के प्रबंधन जानकारी ली और ब्लाॅक सीएमओ को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्र में कोविड-19 वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखकर, आवश्यक प्रबंध किए जाए। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी, बीसीएमओ, विकास अधिकारी और तहसीलदार को समन्वय से कार्य करने पर जोर दिया और कहा कि ब्लाॅक स्तर पर कोविड सेन्टर बनाए जाए। उन्होंने ब्लाॅकवार कोरोना पाॅजिटिव रोगियों के बारे में फीड बैक लिया और कहा कि कोविड के सामान्य लक्षण मिलने पर संबंधित व्यक्ति के सैम्पल 4 दिन बाद लिए जाए तथा जब तक जांच रिपोर्ट आती है, उसे घर में अलग से रखा जाए। जांच मंे अगर वह पाॅजिटिव आता है, तो उसे कोविड सेन्टर में उपचार के लिए भेजा जाए।
उन्होंने कहा कि बीकानेर शहर में पिछले कुछ दिनों से संक्रमित रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है, ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में यह रोग ना फैले इसके लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जाए। प्रत्येक उपखण्ड अधिकारी 50 बैड की व्यवस्था रखे। भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी की कड़ाई से पालना करवाई जाए। उन्होंने कहा कि उपखण्ड प्रशासन, चिकित्सा विभाग और पुलिस प्रशासन आपसी समन्वय रखकर, एडवाइजरी की पालना करवाएं।
जिला कलक्टर ने गरीब कल्याण योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रवासियों को रोजगार देने के लिए अभियान शुरू हो रहा है। ज्यादातर ग्रामीण विकास की योजनाओं में प्रवासियों को रोजगार दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिले में कोविड-19 के कारण जिले में 57 हजार प्रवासी आए है। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी और विकास अधिकारी को समन्वय से इन लोगों को रोजगार दिलाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने मानसून के दौरान बाढ़ नियंत्रण के उपाय हेतु संसाधन तैयार रखने और कौशल पोर्टल पर प्रवासियों के डाटा अपडेट करने के भी आवश्यक दिशा-निर्देश् दिए।
वीसी में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए.एच.गौरी, उपखण्ड अधिकारी रिया केजरीवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नरेन्द्र पाल सिंह, उपनिदेशक (कृषि विस्तार) जगदीश पूनिया,उपनिदेशक आईटी सत्येन्द्र राठौड, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र मंजू नैण गोदारा और वीसी के माध्यम से जिले के उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, ब्लाॅक सीएमओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।