जयपुर, में पंडित गिर्राज शर्मा की मौत के बाद प्रदर्शन पर बैठे परिजन शुक्रवार देर रात अंतिम संस्कार के लिए मान गए। सरकार की ओर से उनकी मांगे मानने पर पुजारी का शव लेने के लिए परिजन सहमत हुए। शनिवार सुबह जल्द ही SMS हॉस्पिटल की मॉच्यूरी से शव को परिजनों के सुपुर्द किया गया। पुलिस की मौजूदगी में पुजारी के शव का अंतिम संस्कार किया गया। एसीपी (झोटवाड़ा) प्रमोद स्वामी ने बताया कि लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुजारी गिर्राज शर्मा की आत्मदाह से मौत हो गई। पुजारी गिर्राज शर्मा की मौत के मामले मे विकास समिति के 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। फरार दो लोगों की तलाश की जा रही है। पुजारी गिर्राज की मौत के बाद परिजनों ने मांगों को रखकर शव लेने से मना कर दिया था। एडीएम अशोक शर्मा और एसीपी (चौमूं) राजेंद्र की मौजदूगी में परिजनों से शव लेने को लेकर बातचीत की गई। पुजारी गिर्राज के आश्रित परिवार को सरकार से तुरंत 5 लाख रुपए, 50 हजार रुपए प्रतिकर स्कीम में आर्थिक सहायता, एक डेयरी बूथ, परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी व सरकार की सभी जनकल्याणकारी स्कीम का लाभ और बच्चों को आजीवन पढ़ाई फ्री देने के साथ ही दोषियों को जल्द से जल्द सख्त सजा दिखाने पर सहमति बनी। कलेक्टर की ओर से 25 लाख रुपए का मुआवजे के लिए भेजा जाएगा। मांगों को सहमति बनने पर परिजन पुजारी गिर्राज शर्मा का शव लेने के लिए तैयार हुए। पुलिस की मौजूदगी में शनिवार सुबह पुजारी गिर्राज शर्मा के शव का अंतिम संस्कार किया गया।