आखिर सौ किलोमीटर पैदल चलकर कलेक्ट्रेट क्यों पहुंचे स्कूली बच्चे,जाने पूरा माजरा

देवेन्द्रवाणी न्यूज,बीकानेर। शिक्षा मंत्री सहित दो मंत्रियों के गृह जिला होने के बाद भी स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को लेकर विद्यार्थियों को सिस्टम से दो दो हाथ करना पड़ रहा है और पैदल कूच कर अपनी मांग के लिये जिला प्रशासन का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होना पड़ा। मामला राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अमरपुरा स्कूल में शिक्षकों के रिक्त पड़ें पदों को लेकर विद्यार्थियों और अभिभावकों के फूटे आक्रोश का है। जिसके चलते उन्हें सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा कर अपनी मांग मनवाने के लिये जिला कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन करना पड़ा। बताया जा रहा है कि सौ से ज्यादा विद्यार्थियों ने दो दिन से स्कूल में तालेबंदी कर रखी थी लेकिन विभागीय अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया। पंचायत समिति सदस्य रामनिवास सारस्वत के नेतृत्व में लड़कों के साथ स्कूली लड़कियां भी पैदल रवाना हुए। ये विद्यार्थी नोखा,डैया से होते हुए छिला,जयमलसर,कोडमदेसर होते हुए बीकानेर पहुंचे और जिला कलक्टर कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर धरने पर बैठ गये।
22 पद, 16 पद खाली
इस स्कूल में टीचर्स को लेकर बड़ी समस्या है। इस स्कूल में 22 में से 16 अध्यापकों के पद खाली है। यहां तक कि स्कूल सही प्रबंधन करने के लिए प्रिंसिपल का पद भी रिक्त है। हाफ इयरली एग्जाम आठ दिसम्बर से शुरू हो रहे हैं लेकिन कोर्स अब तक पूरा तो दूर शुरू ही नहीं हो पाया है। स्कूल में चार सौ से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ते हैं, इन सभी के सामने कोर्स पूरा करने का संकट है। ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण किसी तरह की कोचिंग सुविधा भी उपलब्ध नहीं है।
दो मंत्रियों का क्षेत्र
खास बात ये है कि शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला का गृह जिला है, लेकिन यहां भी टीचर्स के पद रिक्त पड़े हैं। अलबत्ता पिछले दिनों चले ट्रांसफर अभियान में ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल से टीचर्स को हटाकर शहर में भेज दिया गया। उनकी जगह कोई नया टीचर यहां नहीं आया। पूगल एरिया खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र में आता है। जहां से क्षेत्र के विधायक गोविन्दराम मेघवाल स्वयं राज्य सरकार में केबिनेट मंत्री है। इसके बाद भी सरकारी स्कूल्स को टीचर्स नहीं मिल रहे हैं।

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