राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में नारकोटिक्स विभाग के सब-इंस्पेक्टर पर एसिड फेंककर जानलेवा हमला किए जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस घटना में पुलिस ने एक युवती और उसके बॉयफ्रेंड को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से कील लगी हथियार, एसिड की बोतल और घटना में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की गई है।

क्या है पूरा मामला?

घटना गुरुवार को हुई, जब 22 वर्षीय खुशी राव ने नारकोटिक्स विभाग में तैनात 27 वर्षीय सब-इंस्पेक्टर हर्षवर्धन सिंह को फोन कर प्रतापगढ़ के बगवास इलाके में बुलाया। हर्षवर्धन जैसे ही अपनी कार लेकर वहां पहुंचे, खुशी ने उनकी कार में बैठकर वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया।

युवती ने बैग में से कील लगी लकड़ी निकालकर हर्षवर्धन के सीने पर वार किया। इसके बाद, उसने उन पर एसिड फेंक दिया। इसी दौरान, बाइक पर सवार उसका बॉयफ्रेंड प्रियांशु राठौर कार का पीछा कर रहा था। हर्षवर्धन ने खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन घायल हो गए। आसपास के लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया।

युवती का मकसद और साजिश

पुलिस के अनुसार, खुशी राव का हर्षवर्धन के साथ पहले अफेयर था। ब्रेकअप के बाद खुशी का अफेयर प्रियांशु राठौर से हो गया। अपने नए बॉयफ्रेंड के सामने खुद को साबित करने के लिए खुशी ने यह साजिश रची। उसने प्रियांशु के सामने हर्षवर्धन को मारने की योजना बनाई।

एसपी और जांच अधिकारी ने क्या कहा?

प्रतापगढ़ के एसपी विनीत बंसल ने बताया कि खुशी और हर्षवर्धन के बीच पहले प्रेम संबंध थे, जो इंस्टाग्राम पर दोस्ती से शुरू हुए। करीब डेढ़ साल के रिश्ते के बाद ब्रेकअप हो गया। लेकिन ब्रेकअप के बावजूद उनके बीच विवाद चलता रहा।

कोतवाली थाना अधिकारी दीपक बंजारा ने बताया कि युवती और उसके बॉयफ्रेंड ने योजनाबद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम दिया। वारदात के बाद घटनास्थल पर एफएसएल टीम ने जांच की और हथियार, एसिड की बोतल, और बाइक को जब्त कर लिया।

सब-इंस्पेक्टर का बयान

घायल हर्षवर्धन ने पुलिस को बताया कि खुशी ने उसे कॉल करके बगवास बुलाया। वह अपनी कार लेकर पहुंचा, जहां खुशी उसकी कार में बैठ गई। तभी उसने बैग में से कील लगी लकड़ी निकालकर हमला किया और एसिड फेंक दिया।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। घटना के पीछे की मंशा और योजना का पता लगाने के लिए पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।

घटना का असर

इस घटना ने पुलिस विभाग और आम जनता को झकझोर दिया है। यह मामला सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है। फिलहाल, हर्षवर्धन अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।