बीकनेर। बीकानेर का आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर चिकित्सा व अनुसंधान केन्द्र कैंसर रोग के निदान मे हर तरह से सम्पन्न हो इसके लिए आचार्य महाप्रज्ञ बोनमेरो ट्रांसप्लांट सेन्टर के निर्माण का निर्णय लिया गया है। भामाशाह शायरदेवी हीरालाल मालू, (आर्थिक सहयोग 1 करोड़) परिवार के प्रयासों से इस भव्य भवन का निर्माण संभव हुआ। आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष कुन्दनमल धाकड़, सदस्य मदनलाल तातेड़ एवं अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मण्डल ने 11-11 लाख रूपय देकर कॉटेज के निर्माण में सहयोगी बने। एक कॉटेज के लिए दानदाता के सहयोग की अपेक्षा है।
आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष जैन लूणकरण छाजेड़ ने बताया कि अस्थि प्रत्यारोपण में अन्य शहरों में 10 से 20 लाख रूपये का खर्च आता है परन्तु बीकानेर मेडिकल कॉलेज एवं पीबीएम अस्पताल के सहयोग से आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान यह प्रत्यारोपण 2.50 से 5.00 लाख रूपये में करवाने का निर्णय लिया है। अध्यक्ष छाजेड़ ने बताया कि आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान ने इस बॉनमेरो सेन्टर में सभी तरह की सुविधाएं पहुंचाने का प्रयास किया है। हमरा ध्येय है कि चिकित्सा एवं सेवा के क्षेत्र में विश्व स्तर पर यह सेन्टर उदाहरणार्थ प्रस्तुत हो।
नवनिर्मित आचार्य महाप्रज्ञ बोनमेरो ट्रांसप्लांट सेन्टर भवन में गुरूवार को आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए डॉ. सुरेन्द्र बेनीवाल ने बताया कि यह भवन पूरे उत्तर भारत में सबसे विशाल तथा अत्याधुनिक तरीके से बनाया गया है। इससे मरीजों को काफी सुविधा मिलेगी। डॉ. पंकज टांटिया ने बताया कि इस अस्पताल में शुरूआत में एक साथ चार मरीजों को इलाज संभव हो सकता है। मरीजों की उचित देखरेख के लिए नई तकनीक के कॉटेज बनाए गए है।
चिकित्सा संयोजक जेठमल बोथरा ने बताया कि आचार्य तुलसी अनुसंधान एवं कैंसर चिकित्सा केन्द्र के निर्माण का कार्य प्रारम्भ सन् 1998 में हुआ। डॉ. एस.सी. लोढ़ा के प्रयास एवं पूज्यवरों के आशीर्वाद तथा आचार्य तुलसी के नाम के प्रताप से जिस तरह से तेरापंथ के नामकरण में 13 की संख्या का महत्त्व है उसी तरह यह भी देश का 13वां रीजनल कैंसर सेन्टर बना। राज्य सरकार द्वारा इस कैंसर विभाग आचार्य तुलसी क्षेत्रीय कैंसर चिकित्सा एवं अनुसंधान केन्द्र को स्वायत्तशासी संस्था के रूप में स्वीकृत किया गया तथा भारत सरकार ने इस केन्द्र को देश के रीजनल कैंसर अनुसंधान के रूप में मान्यता प्रदान की। आचार्य श्री महाप्रज्ञजी की पावन प्रेरणा एवं आशीर्वाद से इस केन्द्र का लोकार्पण 02 जुलाई, 1999 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कर कमलों से किया गया। प्रतिष्ठान द्वारा न केवल तेरापंथ समाज अपितु जैन-अजैन एवं सभी प्रान्त एवं वर्ग के दानदाताओं के सहयोग से करोड़ों रूपये की राशि द्वारा नवीनतम तकनीकी उपकरणों से चिकित्सा हेतु आवश्यकतानुसार अनेक प्रकार के निर्माण कार्यों तथा कैंसर रोगियों की आवासीय सुविधा हेतु प्रेक्षा कॉटेजों का निर्माणए आचार्य महाप्रज्ञ सभागार, प्रेक्षाध्यान हॉल, ऑपरेशन थियेटर विंग आदि का निर्माण कार्य करवाया गया।
कैंसर रोग के परीक्षण एवं उसके निदान के लिए निम्नलिखित मशीनें, उपकरण इस आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर चिकित्सा एवं अनुसंधान केन्द्र में उपलब्ध है-
एच.सी.आर ब्रेकीथैरेपी मशीन, टेलीकोबाल्ट रेडियोथैरेपी मशीन (थेरोट्रोन 780ई), गामा कैमरा (ड्यूल हैड) मय स्पेक्ट, सोनोग्राफी मशीन, एक्स-रे मशीन, कम्प्यूटराइज्ड ब्लड सेल काउंटर मशीन-2, सेमी आटोएनेलाईजर (बायोकैमिस्ट्री-3), 3 डी.टी.पी.एस. मशीन, रेडियोथैरेपी सीटी सिम्यूलेटर, लिनियर एक्सिलरेटर मय आई.एम.आर.टी., एनिस्थिसिया वर्क स्टेशन, मेमोग्राफी मशीन, ब्रोन्कोस्कोपी मशीन, इलैक्ट्रो सर्जिकल कॉटरी, हारमोनिक कॉटरी, डी-फबरीलेरेटर, डीजीमेट्रिक उपकरण, एम्बुलेंस-2, जनरेटर, बाइनोकूलर माइक्रोस्कोप, सेन्ट्रीफयूज मशीनें, भाभाट्रोन-11 कोबाल्ट मशीन।
उत्तरी भारत के राजस्थान, पंजाब, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाला इत्यादि प्रदेशों से हजारों रोगियों ने यहां पहंुचकर कैंसर जैसी असाध्य बीमारी का इलाज करवाया हे। पंजाब क्षेत्र से बीकानेर पहंुचने वाले रोगी जिस ट्रेन से बीकानेर पहंुचते हैं उसे ‘कैंसर ट्रेन’ से लोग पुकराते हैं। इससे अन्दाजा लगाया जा सकता है कि इस आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर चिकित्सा एवं अनुसंधान केन्द्र की विश्वसनीयता एवं ख्याति कितनी है तथा कितने लोग पहंुचते हैं और लाभान्वित होते हैं। आचार्य तुलसी के नाम से समाज कल्याण एवं लौकिक सेवा के क्षेत्र में इससे बड़ा एवं उपयोगी कार्य कहीं हो रहा हो, ऐसा मुझे ज्ञात नहीं।
उद्घाटन समारोह 03 नवम्बर को
आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर चिकित्सा एवं अनुसंधान केन्द्र में आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान द्वारा नवनिर्मित ‘‘आचार्य महाप्रज्ञ बॉनमेरो ट्रांसप्लांट सेन्टर’’ का उद्घाटन 03 नवम्बर, 2018 को सुबह 9ः00 बजे किया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता प्रो. एण्ड हैड डिपार्टमेन्ट ऑफ हेमाटोलोजी मुम्बई के डॉ. एम.बी. अग्रवाल करेंगे। मुख्य अतिथि समाजसेवी भामाशाह शायरदेवी हीरालाल मालू तथा विशिष्टि अतिथि डायरेक्टर एंड एचओडी हेमाटोलोजी एंड बीएमटी, गुड़गांव के डॉ. राहुल भार्गव व एचओडी मेडिकल ऑनकोलोजी एंड बॉनमेरो ट्रांसप्लांट, एसएमएस, जयपुर के डॉ. संदीप जसुजा होगे। मंच को मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. आर.पी. अग्रवाल, आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष कुन्दनमल धाकड़, सहमंत्री जेठमल बोथरा एवं पीबीएम अधीक्षक डॉ. पी.के. बेरवाल सुशोभित करेंगे।