बीकानेर/संगरिया। लाल मिर्ची की आड़ में ट्रक में भर कर इंदौर से जम्मू-कश्मीर की ओर ले जाया जा रहा एक क्विंटल 60 किलो डोडा पोस्त नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने बरामद किया है। ट्रक में भरी लाल मिर्ची की 375 बोरियों समेत काले रंग के आठ प्लास्टिक थैलों में भरी डोडा पोस्त जब्त की गई है। पुलिस ने ट्रक चालक व खलासी को एनडीपीएस एवं अन्य धाराओं में गिरफ्तार कर लिया। बरामद किए गए डोडा पोस्त की अंतर्राष्ट्रीय कीमत लगभग छह लाख रुपए बताई जा रही है। पोस्त की डिलीवरी पंजाब में होनी थी।
थाना प्रभारी इंद्रकुमार ने बताया कि ट्रक में मिर्ची भरी बोरियों की आड़ में मादक पदार्थों की खेप आने की मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने हनुमानगढ़ मार्ग पर परिवहन विभाग नाके के समीप नाकाबंदी की। चेकिंग के दौरान पुलिस ने हनुमानगढ़ की ओर से आ रहे एक ट्रक को रोका तो उसमें सवार दो जने पुलिस को देखकर युवक भागने लगे और समीप बह रही वितरिका में कूद गए। इस पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें भागकर दबोच लिया।
ट्रक की तलाशी लेने पर उसमें पुलिस को सिर्फ सूखी लाल मिर्च भरी बोरियां ही नजर आई लेकिन शक के आधार पर बोरियों को उतरवाकर देखा तो नीचे काले रंग के आठ प्लास्टिक थैले दिखे। खोलने पर उनमें डोडा पोस्त भरा मिला। जबकि उनके ऊपर व नीचे 375 जूट की बोरियों में लाल मिर्ची भरी हुई थी। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने अपनी पहचान ट्रक चालक काले की ठाठ पीएस हरफके जिला फिरोजपुर (पंजाब) निवासी बोहड़ सिंह (29) पुत्र मुखत्यारसिंह उर्फ मुखा मजबीसिख व खलासी ने जगतारसिंह (22) पुत्र बलदेवसिंह जटसिख के रुप में कराई। थाना प्रभारी ने बताया कि आठ बोरों में कुल एक क्विंटल 60 किलोग्राम डोडा पोस्त भरा हुआ मिला है। प्रत्येक थैले में बीस किलोग्राम पोस्त भरी हुई थी। जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग छह लाख रुपए है।
पुलिस पूछताछ में उन्होंने प्रथम दृष्ट्या बताया कि इंदौर निवासी एक व्यक्ति ने उसकी गाड़ी में माल को सुरक्षित पहुंचाने के लिए रखवाया था। मिर्ची की आड़ में किसी को शक नहीं होता और बिना जांच के आसानी से तस्करी संभव हो जाती है। हर कोई मिर्ची खाली नहीं करवाता इस कारण उन्होंने यही तरीका अपनाया। कुछ पैसों के लालच में उन्होंने ये सब पहली बार किया और पकड़े गए। तस्करी में शामिल व्यक्ति और माल लेने वाले के नाम व पते भी उन्होंने पुलिस को बताए हैं। जिसके आधार पर उनको धर दबोचने की कार्रवाई भी पुलिस कर रही है। मिर्च को उतारने व वापिस लोड करने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। लाल मिर्च से उठने वाली गंध से छींके, सिरदर्द के अलावा कई दिक्कतें उठानी पड़ी। पुलिस टीम में एसआइ सुरेंद्र बिश्रोई, हवलदार शैतानाराम, दुल्लाराम, जगदीश, कांस्टेबल अश्वनी, रामस्वरुप, सुखचरणसिंह शामिल रहे। शैतानाराम की विशेष भूमिका रही।