जयपुर। प्रदेश में तीन सीटों पर हो रहे राज्यसभा चुनाव में भाजपा की सेंधमारी की आंशका के चलते कांग्रेस ने नंबर गेम प्लान तैयार कर लिया है। नंबर गेम प्लान के मुताबिक कांग्रेस अपनी दोनों सीटों पर जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त है, यहां तक कांग्रेस के पास सरप्लस वोट हैं।पिछले तीन दिन से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने विश्वस्त लोगों के साथ नंबर गेम प्लान तैयार करने में जुटे हैं। जानकारों की माने तो कांग्रेस के रणनीतिकारों ने पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल को पहली वरीयता और नीरज डांगी को दूसरी वरीयता में रखा है। इसे लेकर कांग्रेस और सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय व अन्य दलों के एक-एक विधायक पर गहनता से विचार हुआ है।
असंतुष्टों को रखा केसी वेणुगोपाल की वरियता में
बताया जाता है कि कांग्रेस के थिंक टैंक ने सरकार से नाराज चल रहे विधायकों को केसी वेणुगोपाल की वरियता में रखा है , ऐसे में चाहकर भी ये विधायक क्रॉस वोटिंग नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल के सदस्यों को भी पहली वरियता में रखा गया है। जबकि अन्य विधायकों और निर्दलीय विधायकों को नीरज डांगी की वरियता में रखा गया है।
कांग्रेस विधायक वोट दिखाकर डालेंगे वोट
राज्यसभा चुनाव में अगर 26 मार्च को वोटिंग की नौबत आती है तो कांग्रेस के विधायक अपने चुनाव एजेंट को दिखाकर वोट डालेंगे, जबकि निर्दलीय और सरकार को समर्थन दे रहे अन्य दलों के विधायक गोपनीय मतदान करेंगे। चुनाव की स्थिति में व्हिप जारी करेगी कांग्रेस।
मुख्यमंत्री ने निर्दलीय विधायकों को टटोला
राज्यसभा चुनाव में मतदान की आंशका को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत निर्दलीय और राष्ट्रीय लोकदल, माकपा के विधायकों को बुलाकर उनसे बात कर चुके हैं। सदन में 12 निर्दलीय, राष्ट्रीय लोकदल और माकपा ने सरकार को समर्थन दिया हुआ है।
ये है कांग्रेस का गणित
107 कांग्रेस, 12 निर्दलीय, एक लोकदल और माकपा के विधायक हैं।