दिल्ली में विधानसभा के आ रहे परिणाम से एक बार फिर भाजपा को झटका लगा है। अरविन्द केजरीवाल की आप पार्टी एक बार फिर सत्ता पर काबिज होती दिखाई दे रही है। लोकसभा चुनावों में जबरदस्त प्रदर्शन करने के बावजूद भाजपा के हाथों से राज्य लगातार खिसकते जा रहे हैं। इस बार उम्मीद जताई जा रही थी कि भाजपा दिल्ली में सत्ता का 20 साल का वनवास खत्म कर सकती है, लेकिन ऐसा होता फिलहाल नहीं दिख रहा है। आम आदमी पार्टी पूर्ण बहुमत की ओर बढ़ रही है।
इसके साथ ही भाजपा के सियासी नक्शे में दिल्ली का नाम नहीं जुड़ पाया। देश में इस समय दिल्ली को मिलाकर 12 राज्यों में भाजपा विरोधी दलों की सरकार है। जबकि एनडीए के पास 16 राज्य हैं। विधानसभा चुनावों में हार की बात करें तो पिछले दो साल में भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए सात राज्यों में सत्ता गंवा चुका है और दिल्ली में हार आठवीं होगी।