सीकर। सीकर जिले के नागरवाला जोहड़ा गांव पिपराली में एक दुर्लभ प्रजाति का सांप देखने के बाद लोगों में दहशत के साथ आस्था की ब्यार बहने लगी। लोग इसे भगवान का चमत्कार भी मान रहे है क्योंकि सावन में इस तरह का दुर्लभ सांप बहुत कम देखने को मिलता है।
लोगों का मानना है कि यह वहीं सांप जिसका शास्त्रों में भगवान शिव के गले में होने का जिक्र है। वहीं वन विभाग की अधिकारियों ने भी लंबे समय बाद इस तरह का सांप पहली बार पकड़ा है। हालांकि सांप एक सरकारी स्कूल के कक्ष में मिला है। सांप को पकडऩे के लिए आए वन विभाग की टीम ने बताया कि किंग कोबरा सांप में इस तरह की प्रजाति बहुत कम है। सावन में निकले दुर्लभ प्रजाति का सांप गांव में चर्चा का विषय बन गया।
मामला पिपराली के गांव नागरवाला जोहड़ा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय का है। दरअसल, शुक्रवार सुबह स्कूल के कक्ष के ताले खोले जा रहे थे, तभी एक कक्ष में किंग कोबरा प्रजाति का सांप नजर आया। सांप देखने के बाद एकबारगी तो स्कूल में हडक़ंप मच गया। स्कूली बच्चें दहशत में आ गए। सूचना पर प्रधानाध्यापक पवन कुमार मौके पर पहुंचे और अनहोनी के भय चलते स्कूल की छुट्टी कर दी। सूचना पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। सांप को देखकर एक बार तो अधिकारी भी चौंक गए। करीब एक घंटे की कड़ मशक्कत के बाद सांप को पकड़ लिया। जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली।
दहशत और आस्था एक साथ
कुछ देर में ही दुर्लभ सांप की सूचना पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। जिसने भी सुना वो इस सांप को देखने के लिए दौड़ पड़ा। वहीं इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों को कहना है कि किंग कोबरा की इस तरह की प्रजाति बेहद कम देखने को मिलती है। उन्होंने भी इस तरह का लंबे समय बाद ही देखा है। इधर, सावन में दुर्लभ प्रजाति के सांप को देखने के लिए लोग दहशत के बीच आस्था से स्कूल पहुंचे।