बीकानेर। जनजीवन कल्याण सेवा समिति एवं एन.डी. मॉडर्न स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में सिलाई, ब्यूटीशियन एवं मेहंदी प्रशिक्षण शिविर का उदघाटन करते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा एवं समाजसेविका मीरा दुबे ने कहा कि आज के समय में स्त्रियों को अपने हूनर से अपने पांवों पर खडा रहना चाहिए। ऐसे शिविरों से महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाकर आत्मनिर्भर बनना चाहिए।
अध्यक्षता करते हुए किसनकुमार आजाद ने कहा कि प्रशिक्षण लेकर अपनी रोजी रोटी कमाने वाली महिलाएं समाज का विकास तो करती हैं साथ में देश के विकास में भागीदार भी बनती है। संस्था के उपाध्यक्ष, रोजगार मार्गदर्शक-सम्पादक डॉ.अजय जोशी ने कहा कि सेवा के 38 साल बेमिशाल होते हैं, यह संस्था लगातार मानव सेवा को समर्पित रही है। डॉ.बसन्ती हर्ष ने कहा कि यह समिति समय-समय पर महिलाओं-बच्चियों के सर्वांगीण विकास सहित नीरीह पशु-पक्षियों हेतु भी कार्य योजना बनाकर सेवा का कार्य करती है।
विशिष्ठ अतिथि संजय आचार्य ‘वरुण’ ने कहा कि यह संस्था अपने सेवा कार्यो के माध्यम से अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों को पूरा करने हेतु पूरी निष्ठा के साथ संलग्न है। इससे पहले मंच ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। ज्योति वधवा ने वन्दना प्रस्तुत की। राजाराम स्वर्णकार ने स्वागत भाषण देते हुए संस्था की गतिविधियों की जानकारी विस्तार से दी।
शिविर प्रभारी संतोष व्यास ने कहा कि ये शिविर 9 जून तक चलेगा फिर जनजीवन सेवा समिति का ग्रीष्मकालीन शिविर भी इसी स्कूल में चलेगा जिसका लाभ वंचित महिलाएं एवं युवतियां उठा सकती है। सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए संस्था अध्यक्ष एन.डी.रंगा ने संस्था के महा सचिव डॉ.एम.एल.व्यास के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए इस शिविर के सफलता की कामना की। प्रशिक्षण शिविर हेतु सिलाई मशीनें भेंट करने वाली मीरा दुबे, और किसनकुमार आजाद का संस्था की तरफ़ से धन्यवाद ज्ञापित किया।
शिविर के बारे में डॉ.सुषमा बिस्सा, सुमन ओझा जोशी, डॉ.वीनू मलिक, चंद्रशेखर जोशी, शिक्षाविद भगवानदास पडिहार, नागेश्वर जोशी, ऋषिकुमार अग्रवाल, हनुमान कच्छावा, भगतीराम पांडे ने अपने विचार व्यक्त किए। शिविर प्रशिक्षकों का मंच द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुधा आचार्य ने किया।