स्मृति ईरानी के बाद अब राहुल गांधी के हलफनामे को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2004 और 2009 में बताया था कि उन्होंने ट्रिनिटी कॉलेज से डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में एमफिल किया है, जबकि 2014 में कहा कि डेवलपमेंट स्टडीज में एमफिल किया गया है। जेटली ने अपने ताजा ब्लॉग में इसी को लेकर राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने इस मामले में ट्वीट भी किया है।
अपने ब्लॉग में ‘इंडियाज़ ओपोजिशन इज ऑन ए रेंट ए कॉज कैंपेन’ हेडिंग के साथ अरुण जेटली ने लिखा- उम्मीदवारों(स्मृति ईरानी) की शैक्षणिक योग्यता पर बातें हो रही हैं, लेकिन इस दौरान राहुल गांधी की शैक्षणिक योग्यता को भुला दिया जा रहा है। राहुल गांधी की शैक्षणिक योग्यता को लेकर ऐसे कई सवाल हैं, जिनका अबतक जवाब नहीं मिला है। केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा है कि बेशक उन्होंने बिना मास्टर डिग्री के एमफिल की पढ़ाई जो पूरी की है!
इस बारे में आज कोई बात नहीं हो रही, जबकि राहुल गांधी ने कई महीनों पहले खुद ये स्वीकार कर चुके हैं। मालूम हो कि अमेठी से नामांकन दाखिल करने के दौरान हलफनामे से सामने आई केंद्रीय मंत्री की शैक्षणिक योग्यता पर कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने क्योंकि सास भी कभी बहू थीं धारावाहिक की तर्ज पर क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी कहकर चुटकी ली थी।