एक ही शिक्षक दो-दो स्कूलों में कार्यरत, आधार वैरीफिकेशन में सामने आई सच्चाई, निर्देश के बावजूद नहीं हुआ सुधार 

पोर्टल ने खोली निजी स्कूलों की पोल
बीकानेर। प्राइवेट स्कूल पोर्टल पर विद्यार्थियों के साथ-साथ स्टाफ की तमाम जानकारियों ने दोहरे पदस्थापन की हकीकत को सामने लाकर खड़ा कर दिया है। दो सत्र पहले पोर्टल पर शिक्षकों की शैक्षणिक योग्यता के साथ उनके आधार नम्बर व बैंक खाते आदि की जानकारियां मांगी थी। शुरूआत में मैन्युअल फिडिंग होने के कारण समान आधार नम्बर की अड़चन नहीं आ रही थी लेकिन राज्य स्तर पर सूचनाओं का मिलान करने पर ऐसे दो दर्जन से अधिक ऐसे स्कूल है, जहां एक ही शिक्षक दो-दो स्कूलों में पदस्थापित है। संबंधित विद्यालयों को निर्देशित करने के बाद भी इसमें सुधार नहीं हुआ है। आरटीई 2018-19 के भौतिक सत्यापन दलों ने स्टाफ के बारे में भी सूचनाएं एकत्रित की है, जिनकी समीक्षा करने के बाद निजी स्कूलों को नोटिस जारी किए जा सकते हैं।
निजी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों व स्टाफ की सूचनाओं को ऑनलाइन करने के लिए प्राइवेट स्कूल पोर्टल शुरू किया गया। सत्र 2013-14 में पोर्टल शुरू हो गया लेकिन निजी स्कूलों में इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई। कई बार नोटिस जारी करने के बाद दो सत्रों में सूचनाएं अपलोड कर दी गई। इसके बाद प्रदेश में करीब दो दर्जन स्कूलों ने पोर्टल पर कोई सूचना अपडेट नहीं की है। ऐसे में एक शिक्षक के दो-दो स्कूलों में नाम की समस्या यथावत बनी है।
नहीं लिया आरटीई में प्रवेश
जिन स्कूलों में शिक्षक के नाम दो-दो स्कूलों में होने की बात सामने आई है। इनमें अधिकांश ने सत्र 2017-18 व सत्र 2018-19 में आरटीई में एक भी प्रवेश नहीं लिया और न ही प्रोफाइल अपडेट की है। इतना ही नहीं नॉन आरटीई में भी इन स्कूलों में प्रवेश की कोई जानकारी नहीं है। इसको लेकर हालांकि इन्हें नोटिस भी जारी किए गए लेकिन किसी भी विद्यालय ने इसका जवाब नहीं दिया।
बीकानेर में भी दोहरापन
बीकानेर के खाजूवाला ब्लॉक के एक निजी विद्यालय में एक शिक्षक का नाम व उसके आधार नम्बर शहरी क्षेत्र के एक निजी विद्यालय में दर्शाया गया है। हालांकि खाजूवाला ब्लॉक के उक्त विद्यालय ने विगत तीन सालों से आरटीई व नॉन आरटीई में एक भी प्रवेश नहीं लिया है और न ही प्रोफाइल अपडेट की है, जबकि शहरी क्षेत्र के स्कूल में प्रतिवर्ष प्रोफाइल अपडेशन के साथ आरटीई में प्रवेश प्रक्रिया भी पूरी की है। भौतिक सत्यापन के दौरान उक्त शिक्षक का शहरी क्षेत्र के स्कूल में पदस्थापन सत्यापित किया गया है।
हो सकती है तकनीकी खामी
कोई शिक्षक पहले खाजूवाला में कार्यरत रहा हो, जब पोर्टल पर सूचनाएं अपडेट की गई, उसके बाद दूसरे विद्यालय में चला गया और वहां भी उसके नाम से सूचनाएं अपडेट हो गई। खाजूवाला के उक्त विद्यालय को पोर्टल पर सूचनाएं अपडेट करने के निर्देश दिए जाएंगे।
-जोरावरसिंह, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक बीकानेर।

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