भिड़न्त

हर बूथ पर रहेगी पैनी नजर, गड़बड़ी पर होगी कार्रवाई

बीकानेर। विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान होगा। निर्भिक और निष्पक्ष मतदान करवाने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए हैं। जिन मतदान केंद्रों पर फर्जी मतदान या गड़बड़ी होने की आशंका है, वहां पैरामिलेट्री फोर्स तैनात की गई है।

गौरतलब है कि संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों का जिला निर्वाचन की ओर से चयन कर लिया गया है। इन केंद्रों पर निर्वाचन आयोग की विशेष नजर रहेगी। इसके अलावा ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के आधार पर चिन्हित मतदानकेंद्रों का विशेष सूची में रखा गया है। मतदानके दिन बूथों पर भारी पुलिस बल तैनात रहेगा।।

साथ ही जिन मतदानकेंद्रों पर अनहोनी की आशंका है वहां केंद्रीय सुरक्षा बल भी तैनात रहेगा। मतदाता को उसी मतदानकेंद्र में मतदानकरने का अधिकार मिलेगा, जिसका जिक्र वोटर स्लिप में होगा। दरअसल, ऐसे कई मामले सामने आए थे, जब वोटर का नाम एक से ज्यादा वोटर लिस्ट में है। संभव है कि मतदाता उस मतदानकेंद्र में भी वोट देने चले जाएं, जहां से उनका नाम काट दिया गया है। इसलिए आयोग ने कहा कि मतदाता वोटर स्लिप के आधार पर ही वोट करने जाएं।

जानकारी के अनुसार मतदाता सूची में जिन व्यक्तियों के नाम के आगे डिलीटेड दर्ज है, वोट नहीं डाल सकेंगे। मतदानके दिन भी बीएलओ वोटर स्लिप की दूसरी कॉपी लेकर मतदानकेंद्र के पास मौजूद रहेंगे।

गड़बड़ी करने पर होगी सजा

यदि किसी भी मतदानकेन्द्र में पीठासीन अधिकारी को शक होगा कि किसी तरह की गड़बड़ी हो रही है तो वो फौरन अपने जोनल अधिकारी को सूचना देगा। इसके बाद जोनल अधिकारी रिटर्निंग अधिकारी को सूचना देगा और यह सूचना उच्च अधिकारियों तक पहुंच जाएगी। यदि कोई व्यक्ति बूथ पर कब्जा करने की कोशिश करता है तो उसे तीन साल की सजा का प्रावधान है तो वहीं पोलिंग स्टेशन के आसपास उपद्रव मचाने वाले व्यक्ति को तीन महीने की सजा हो सकती है।

आयोग के निर्देशों के अनुसारमतदान व्यवधान डालने, मतदान कर्मियों के कार्य में हस्तक्षेप करने, मतदान केंद्र में बिना इजाजत प्रवेश करने, बूथ के आसपास ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग करने या जोर-जोर से चिल्लाने पर उनको गिरफ्तार किए जाने के आदेश है।