भुवनेश्वर। वरिष्ठ भाजपा नेता तथा राउरकेला से विधायक दिलीप राय ने विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने अपना त्यागपत्र विधानसभा के अध्यक्ष प्रदीप अमात को सौंपा। इसके अलावा उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया है।
राय ने पहले विधायक पद से त्यागपत्र देने की सूचना ट्विटर पर दी तथा बाद में विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर उन्हें इस्तीफा सौंपा। इस बारे में जानकारी देते हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप अमात ने बताया कि राय ने उन्हें अपना त्यागपत्र दिया है और उसे उन्होंने तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है।
विधानसभा अध्यक्ष को दिये तीन पृष्ठों वाले त्यागपत्र में उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में उन्होंने राउरकेला के विकास के लिए स्थानीय लोगों को उन्होंने विकास कार्यों का वादा किया था। इन वादों को पूरा करने के लिए उन्होंने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी लेकिन उनके विधानसभा क्षेत्र के लोगों का आकांक्षाएं पूरी नहीं हो सकी। इस कारण लोगों की अपेक्षाओं पर खरा न उतरने के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए वह विधायक के पद से त्यागपत्र दे रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा है कि इस कारण उन्होंने 2019 का विधानसभा चुनाव भी नहीं लडऩे का निर्णय किया दिलीप राय के भाजपा से त्यागपत्र देने के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बसंत पंडा ने कहा कि इसका कोई असर पार्टी पर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि किसी के पार्टी छोडऩे से पार्टी पर इसका असर नहीं होगा। पंडा ने कहा कि एक बड़े पेड़ से एक डाल के अलग हो जाने से अन्य डाल पेड़ में आते हैं। यह प्रकृति का नियम है। उन्होंने कहा कि एक बात स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विकास के लिए समर्पित हैं।