बीकानेर, 3 दिसंबर। कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना के तहत बेरोजगार भत्ता प्राप्त करने वाले प्रार्थियों की उपस्थिति और इंटर्नशिप गतिविधियों का औचक निरीक्षण किया गया। मंगलवार को उप क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय के उप निदेशक हरगोबिंद मित्तल के नेतृत्व में यह कार्रवाई जसरासर, कुचौर आथुनी, सधासर, नोखा गांव, हिम्मटसर और काकड़ा के विभिन्न विभागों और विद्यालयों में की गई।

निरीक्षण के दौरान शिक्षा, सामाजिक न्याय, अधिकारिता और चिकित्सा विभागों में कार्यरत इंटर्न्स का भौतिक सत्यापन किया गया। कई प्रार्थी अनुपस्थित पाए गए, जबकि कुछ स्थानों पर अन्य अनियमितताएं भी मिलीं। इन मामलों में संबंधित प्रार्थियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। विभाग ने सभी कार्यालयों और संस्थानों को निर्देश दिए हैं कि वे इंटर्न्स की उपस्थिति पंजिका का उचित रखरखाव सुनिश्चित करें।

उप निदेशक मित्तल ने बताया कि विभाग द्वारा योजनान्तर्गत प्रार्थियों की उपस्थिति और कार्यों का नियमित सत्यापन किया जा रहा है। अनुपस्थित या अनियमितता पाए जाने पर ऐसे प्रार्थियों का बेरोजगार भत्ता बंद करने की कार्रवाई की जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यालयाध्यक्ष केवल पूर्ण सत्यापन के बाद ही इंटर्न को उपस्थिति प्रमाण पत्र जारी करें।

कनिष्ठ रोजगार अधिकारी और निरीक्षण दल प्रभारी चौधरी दिनेश कुमार ने कहा कि जिले की सभी तहसीलों में कार्यरत इंटर्न्स का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि योजना का लाभ केवल पात्र और ईमानदार प्रार्थियों को ही मिले। अनुचित तरीके से भत्ता प्राप्त करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का प्रावधान भी है।

इस निरीक्षण अभियान के माध्यम से विभाग ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि योजना में पारदर्शिता और अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।