बीकानेर, 18 नवंबर। वेटरनरी विश्वविद्यालय, बीकानेर और राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (मैनेज), हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में “पशु उत्पादों में मूल्य संवर्धन: पोषण सुरक्षा और पशुधन अर्थव्यवस्था” विषय पर तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार से शुरू हुआ।
उद्घाटन सत्र में वेटरनरी विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. हेमंत दाधीच ने कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण देशभर के पशुचिकित्सकों, वैज्ञानिकों, प्रसार कार्यकर्ताओं और विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगा। उन्होंने बताया कि दुग्ध और मांस उत्पादों की बढ़ती मांग न केवल देश की पोषण सुरक्षा में सहायक है, बल्कि आर्थिक सशक्तीकरण का एक बड़ा जरिया भी है।
प्रमुख विषय और तकनीकी सत्र
प्रशिक्षण में देशभर के विशेषज्ञ विभिन्न विषयों पर व्याख्यान देंगे, जिनमें शामिल हैं:
- पशु अपशिष्ट प्रबंधन और मूल्य संवर्धन
- मांस प्रसंस्करण और खाद्य सुरक्षा
- भेड़ और खरगोश उत्पादन
- पशु उत्पादों की मार्केटिंग और गुणवत्ता नियंत्रण
पशु उत्पादों का महत्व
प्रो. दाधीच ने बताया कि पशु उत्पादों को भारतीय और अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों के अनुरूप तैयार करने पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह रोजगार सृजन और निर्यात के लिए महत्वपूर्ण है।
नवीन तकनीक और शोध
मैनेज हैदराबाद के उप-निदेशक डॉ. साहजी फंड ने कहा कि यह कार्यक्रम पशुधन उत्पादन प्रौद्योगिकी में नवीनतम शोध और तकनीक सीखने का अवसर प्रदान करेगा। ऐसे प्रशिक्षण न केवल ज्ञान को बढ़ाते हैं, बल्कि शोधार्थियों, शिक्षकों और उद्योग से जुड़े लोगों के लिए व्यावसायिक संभावनाओं के द्वार भी खोलते हैं।
कार्यक्रम का समन्वय सुश्री रेखा दास और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. देवीसिंह ने किया। उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के डीन, शिक्षक और विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।
यह कार्यक्रम पशुपालन और कृषि क्षेत्र में नई संभावनाएं खोलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।