आईएमडी का अलर्ट जारी, प्रदेश में
अधिकतम तापमान पहुंचा 48 के पार
देवेन्द्रवाणी न्यूज़, बीकानेर । प्रदेश में भीषण गर्मी से लोगों हाल बेहाल है। यहां पर तापमान बढ़ तो रहा है, लेकिन उसके पीछे कई बड़ी वजहें हैं। प्रदेश के कई जिलों में अधिकतम तापमान 48 डिग्री के पार जाता देखा जा रहा है। अभी और तेजी से मौसम में बदलाव होगा। मतलब आने वाले सप्ताह में एक से दो डिग्री तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।
खासकर, बाड़मेर, फलौदी, चूरू में इसका असर दिखाई दे सकता है। वर्षों बाद लगभग पूरा राजस्थान हीटवेव की चपेट में है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार दो सप्ताह तक ये हीटवेव चल सकती है। जिसका असर सभी पर पड़ रहा है। जल्द ही एक-दो डिग्री और तापमान बढ़ सकता है, जो 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा।
मौसम विभाग केंद्र का कहना है कि इस तरह के हीटवेव से बड़ा नुकसान होता है। धरातल पर इसका पूरा असर पड़ता है। मानव जीवन के साथ पौधों और जीव जंतुओं पर इसका असर पड़ता देखा जा रहा है। हर तरफ इससे बचने के उपाय करने होते हैं। इससे बिजली,पानी की मांग बढ़ जाती है, लेकिन कई बार अधिक गर्मी से बारिश अच्छी होती है। हालांकि ये हीटवेव का स्पेल लम्बा हो गया है। इसका असर तापमान में देखा जा रहा है। पश्चिमी राजस्थान में तापमान तेजी से बढ़ सकता है।
सरकार भी अलर्ट मोड पर
प्रदेश में जहां एक तरफ पीने के पानी की किल्लत, बिजली कटौती की बात सामने आ रही है। वहीं सरकार ने भी बिजली, स्वास्थ्य और पेयजल के अधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दी है। इसका मतलब सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। पिछले दो सालों में ऐसा कोई ट्रेंड नहीं रहा है लेकिन इस बार ठंड भी असरदार थी। प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव आया है। मौसम विभाग की सलाह है कि सुबह 11 से 5 बजे तक हीटवेव से बचने के लिए उपाय करने होंगे। पेयपदार्थ का अधिक सेवन करने की सलाह दी गई है।
भीषण गर्मी के बीच एडवाइजरी जारी
एडवाइजरी में कहा गया है कि सिर का भारीपन, सिरदर्द, अधिक प्यास लगना और शरीर में भारीपन के साथ थकावट, जी मचलाना, सिर चकराना और शरीर का तापमान 105 से अधिक हो जाना आदि लू लगने के लक्षण हैं। तेज धूप में केवल जरूरत के लिए ही बाहर निकलें। अगर निकल रहे हैं तो ताजा भोजन कर और पर्याप्त मात्रा में ठंडा पानी पीकर ही बाहर निकलें।
कुछ समय में ठंडा पानी पीते रहें। छाछ और ताजा फलों का जूस जरूर पीयें। तेज धूप में बाहर निकलने पर छाते का इस्तेमाल करें और कपड़े से सिर और बदन को ढक कर रखें।
बुखार के समय लू से प्रभावित व्यक्ति के शरीर के तापमान को कम करने के लिए पीडि़त के सिर पर गीले कपड़े का उपयोग करें या पानी डालें। व्यक्ति को ओआरएस या नींबू, शरबत या जो कुछ भी शरीर को पुन: सक्रिय करने के लिए उपयोगी हो वह पीने के लिए दें। व्यक्ति को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाएं। अगर लगातार हाई टेंपरेचर बना रहता है सिरदर्द, चक्कर आना, कमजोरी, मचली या भटकाव आदि के लक्षण स्पष्ट महसूस हों तो ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर को कॉल करें।