नेताओं में नहीं छूट रहा है सत्ता का मोह
भारी दिख रही है राजनीतिक महत्वकांक्षा
जीवन के अंतिम दौर तक संजोए रहते हैं चुनाव लडऩे का सपना
बीकानेर। राजनीति से जुड़े लोग जीवन के अंतिम दौर तक चुनाव लडऩे का सपना संजोए रहते हैं। कांग्रेस हो या भाजपा दोनों ही पार्टियों में इस तरह के हालात देखने को मिल रहे हैं। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 70 साल से ज्यादा उम्र के 10 नेताओं पर पार्टी ने भरोसा जताकर उन्हें टिकट दिया है। ऐसे में कुछ दिनों पहले किए जा रहे कर्नाटक मॉडल और सर्वे रिपोर्ट के दावे भी धराशायी होते दिखे हैं। राजनीतिक पंडितों के अनुसार इस बार कांग्रेस पार्टी ने 70 से ज्यादा उम्र के 10 नेताओं को चुनावी मैदान में हैं। इन उम्मीदवारो कांग्रेस हो या भाजपा दोनों ही पार्टियों में इस तरह के हालात देखने को मिल रहे हैं। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 70 साल से ज्यादा उम्र के 10 नेताओं पर पार पार्टी ने भरोसा जताकर उन्हें टिकट दिया है। पार्टी की पहली लिस्ट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उम्र 72 साल और सीपी जोशी की उम्र 73 साल हैं। ऐसे में ये दोनों सबसे उम्रदराज नेता है। अब यह साफ है कि राजनीति में सत्ता का मोह नेताओं को रहता है इसलिए अपने जीवन के अंतिम दौर तक नेता चुनाव लडऩे का सपना देखते हैं और सत्ता पर काबिज रहना चाहते हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी डॉ. बीडी कला 73 साल के हो चुके हैं।
कांग्रेस ने 65 उम्मीदवारों को दोबारा दिया टिकट
दोनों ही पार्टियों ने उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी की हैं। भाजपा ने 124 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा की है। कांग्रेस 76 सीटों पर प्रत्याशियों को उतार चुकी है। कांग्रेस में 76 नाम में से 58 विधायक मंत्री ऐसे हैं, जो पहले 2018 का चुनाव लड़ चुके हैं। कांग्रेस ने 65 प्रत्याशियों प्रत्याशियों को दोबारा टिकट दिया है। प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में से 43 सीट ऐसी हैं, जिन पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी द्वारा उम्मीदवार उतार दिए गए हैं। ऐसे में अभी तक 43 सीट सीटों पर आमने-सामने की लड़ाई शुरू हो चुकी है।
70 साल से ज्यादा उम्र के 10 नेता
उदयलाल आंजना
बृजेंद्रसिंह ओला
सुखराम बिश्नोई
परसादीलाल मीणा
लक्ष्मण मीणा
सुरेंद्र मोदी
डॉ. बीडी कल्ला
गुरमीतसिंह कुन्नर
विनोदकुमार चौधरी
डॉ. दयाराम परमार