देवेन्द्रवाणी न्यूज़, बीकानेर। स्थानीय टाऊन हॉल में आयोजित चतुर्थ त्रिदिवसीय नाट्य समारोह “रंग आनंद” में नाटक “इस रात की सुबह नहीं ” का मंचन किया गया । नाटक एक पात्रीय होने के बावजूद अंत तक दर्शकों को बांधे रखा । इस नाटक में इंस्पेक्टर विजय नाम के एक ऐसे किरदार की कहानी है जो राजनैतिक भंवर जाल में उलझ कर अपनी सरकारी नौकरी खो बैठता है । उसके अंदर चल रहे कोलाहल को वरिष्ठ रंगकर्मी अशोक जोशी ने अपने अभिनय के दम पर बखूबी दर्शाया । यह नाटक स्वर्गीय आनंद वी आचार्य द्वारा लिखित एवम निर्देशित है और इसका पुनर्निर्माण इस नाटक में एकल पात्र इंस्पेक्टर विजय का पात्र निभाते हुए वरिष्ठ रंगकर्मी अशोक जोशी ने किया । उन्होंने बताया की इस नाटक से उनकी एवम स्वर्गीय आनंद वी आचार्य की जो भावनाएं जुड़ी हैं को बताते हुए कहा की एक मुलाकात में जब आनंद जी ने टेबल पर मेरे सामने आलेख रखा तो कहा “कि रामदेवरा गायोडो हो जद ओ नाटक लिख्यो ओ रोल तने ही करणो है।” उनके आदेश को मैं टाल न सका लेकिन जब रिहर्सल शुरू हुई तो रिहर्सल के अंत तक चरित्रों के चारित्रिक लक्षणों को अलग अलग करके अभिनित नहीं कर पा रहा था तब उन्होंने मेरा हौंसला बढ़ाया और उसके बाद इस एकल नाटक के विभिन्न पात्र मेरे शरीर के भीतर तक समा गए और यह कार्य स्वर्गीय आनद वी आचार्य जी के बिना संभव नहीं था।
संकल्प नाट्य समिति के अभिषेक आनंद आचार्य ने बताया की इस नाटक के मंच पार्श्व में प्रकाश प्रभाव कुशल शर्मा ,मंच सामग्री मोहित मारू, संगीत प्रभाव अविनाश जोशी , रिमिक सरकार , मंच सज्जा रवि शर्मा और स्मृति सत्यानी का रहा । संस्था के पंकज शर्मा ने बताया की इस समारोह के अंतिम दिन मरुधरा सोसायटी बीकानेर के नाटक “बिच्छू” का मंचन रमेश शर्मा द्वारा स्थानीय टाऊन हॉल में किया जाएगा और साथ ही वरिष्ठ रंगकर्मी श्री प्रदीप जी भटनागर ” रंग आनंद अवार्ड 2023 ” देकर सम्मानित किया जाएगा ।