देवेन्द्रवाणी न्यूज,बीकानेर। नगर निगम ने मोनालिसा का डेथ सर्टिफिकेट बना दिया जबकि उसकी मौत बीकानेर के जयपुर के बगरु में हुई थी। नियमों के मुताबिक जहां डेथ होती है, वहीं की लोकल बॉडी डेथ सर्टिफिकेट बना सकती है। इसके बाद से निगम की ओर से बनने वाले डेथ सर्टिफिकेट ही संदेह के घेरे में आ गए हैं। मोनालिसा का फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वालों के खिलाफ पुलिस की पड़ताल तेज हो गई है।
दरअसल, मोनालिसा की मौत दो साल पहले कोरोना से बताई गई थी लेकिन बाद में पैर फिसलने का हादसा बताया गया। अब पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और पड़ताल की जा रही है। हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। मोनालिसा की डेथ सर्टिफिकेट बीकानेर में बनाकर पेश किया गया था। ये काम निगम कर्मचारी की मिलीभगत के बिना नहीं हो सकता। ऐसे में ऐसे कर्मचारी भी अब पुलिस छानबीन में सामने आ सकते हैं।
जयपुर से लौटी बीकानेर पुलिस
मोनालिसा का अंतिम संस्कार बगरु में किया गया था, ऐसे में पुलिस आरोपी भवानी सिंह को लेकर बगरु पहुंची, जहां अंतिम संस्कार की तस्दीक की गई। साथ ही मोनालिसा से जुड़े कई और तथ्यों पर भी पुलिस ने जयपुर में पड़ताल की। इसके बाद गुरुवार को पुलिस बीकानेर लौट आई है। अब एक दो-दिन में भी भवानी सिंह का पुलिस रिमांड खत्म हो जाएगा। जिसे बाद में फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।