
गैंगस्टर राजू ठेहट का मर्डर करने वाले बदमाश खुद की नई गैंग बनाना चाहते थे। ठेहट को मारने के लिए साल 2014 से प्लानिंग कर रहे थे। कई बार हत्या करने की कोशिश भी की थी, लेकिन सफल नहीं हो पाए थे। 3 दिसंबर को मौका मिलते ही बदमाशों ने ठेहट को गोलियों से भून दिया।पुलिस ने ठेहट मर्डर में बदमाश विक्रम, मनीष, जतिन, सतीश, मुकेश, गणेश, राकेश और शकील को गिरफ्तार किया है। सभी को सोमवार को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने तीन आरोपी गणेश, राकेश और शकील को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। बाकी 5 आरोपियों को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। आरोपी जतिन और सतीश के पैर में गोली लगने के कारण उन्हें एंबुलेंस से कोर्ट लाया गया था। दोनों एंबुलेंस में क्यूआरटी टीम के जवान हथियार के साथ मौजूद रहे।
2014 से ठेहट को मारने की थी कोशिश
सभी आरोपी लॉरेंस गैंग के नजदीकी रोहित गोदारा से मिले हुए थे। मास्टरमाइंड विक्रम और मनीष थे। दोनों पर करीब 20-25 मुकदमे अलग-अलग थानों में दर्ज है। बाकी आरोपियों पर 2 से 4 मामले दर्ज है। बदमाशों ने 2014 के बाद कई बार राजू ठेहट को मारने की कोशिश की थी। वे सफल नहीं हो पाए थे। राजू ठेहट के जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद ये सक्रिय हो गए थे। 3 दिसंबर को मौका मिलने पर गैंगस्टर की घर के बाहर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। जानकार सूत्रों के अनुसार रोहित गोदारा की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई शुरू हो चुकी है। वहीं इंटरपोल तक संपर्क किया जा रहा है।
ठेहट की जगह दबदबा बनाना था मकसद
पुलिस जांच में सामने आया है कि हमलावर ठेहट को मारकर फिरौती मांगने वाली नई गैंग भी बनाना चाहते थे। वे ठेहट की जगह अपना दबदबा कायम करना चाहते थे। बदमाशों ने फिरौती के क्लेम की प्लानिंग पहले से बना रखी थी कि राजू ठेहट की हत्या के बाद अगले दो-तीन महीने तक पुलिस की पकड़ में नहीं आने की योजना थी।
मर्डर में शामिल एक-एक बदमाश तक पहुंच रही पुलिस
SP कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि बदमाशों का प्लान था कि वह हत्या करने के बाद हरियाणा भाग जाएंगे और फिर 6 महीने बाद पुलिस के सामने सरेंडर हो जाएंगे। आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। मामले में जो भी लोग जिस तरह से शामिल रहे चाहे उन्होंने मोबाइल, गाड़ी और रुकने के लिए जगह उपलब्ध करवाई हो, उन सभी को लाकर पूछताछ की जा रही है। इसके साथ मामले में शामिल सभी लोगों तक पहुंचने तक कार्रवाई जारी रहेगी।