बीकानेर । प्रदेशभर में चल रहा न्यायिक कर्मचारियों का आंदोलन और सामूहिक अवकाश सोमवार को भी जारी है। हाईकोर्ट की जोधपुर स्थित मुख्यपीठ में समझौते के बावजूद अब तक जयपुर पुलिस ने सुभाष मेहरा की मौत के संबंध में परिजनों की ओर से दी गई रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र नारायण जोशी ने कहा कि रविवार को भी इस संबंध में पुलिस कमिश्नर से मुलाकात हुई थी। लेकिन, उन्होंने कहा कि एफआईआर के लिए हाईकोर्ट से लिखित निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। लिखित में निर्देश मिलने के बाद ही एफआईआर दर्ज की जाएगी।
जोशी ने कहा कि यदि अब भी मामला दर्ज नहीं होता है तो वे अधिवक्ताओं का भी समर्थन जुटाएंगे। इस संबंध में बार कौंसिल आॅफ राजस्थान से वार्ता करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान हाईकोर्ट के कर्मचारी संगठनों से भी इस संबंध में अब वार्ता की जाएगी। उन्होंने कहा कि मांगें नहीं माने जाने पर आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाई जा रही है।
ये हैं प्रमुख मांगें
बता दें कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुभाष मेहरा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराने की लगातार मांग उठाई जा रही है। इसके साथ ही न्यायिक कर्मचारियों की ओर से मृतक आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति देने, 50 लाख रूपए का मुआवजा देने की मांग उठाई है।