बीकानेर, के श्रीडूंगरगढ़ में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (EO) की कुछ लोगों ने सीट पर ही पिटाई कर डाली। किसी ने थप्पड़ मारे तो किसी ने लात मारी। दरअसल, यहां एक ही सीट पर दो अधिकारी तैनात है और दोनों के बीच लंबे अर्से से विवाद चल रहा है। EO के पद पर पिछले दिनों एक अधिकारी का ट्रांसफर किया गया था लेकिन पहले से पदस्थापित भवानीशंकर व्यास इस पद पर अदालत से स्टे ले आए। इसी कारण एक ही कुर्सी पर बैठने के लिए दोनों अधिकारियों में विवाद था। सोमवार सुबह भवानीशंकर व्यास पहले पहुंचे और EO की सीट पर जाकर बैठ गए। इसके बाद हाल ही में ट्रांसफर होकर आए ललित सिंह देथा सीट पर बैठने के लिए पहुंचे। वहां पहले से व्यास को देखकर वो नाराज हुए। इस पर देथा को सीट पर देखने के इच्छुक लोगों ने व्यास को सीट से हटने के लिए कहा। व्यास ने अदालती आदेश से बैठने की जानकारी दी तो कुछ लोग आगबबूला हो गए। पहले नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन हुआ और बाद में मारपीट शुरू हो गई। यहां तक कि पुलिस की मौजूदगी में कुछ लोगों ने व्यास पर हमला कर दिया। थाप मुक्कों के साथ लातों से मारा गया। बाद में तीन चार सिपाहियों ने व्यास को घेर लिया। फिर भी कुछ लोग घूमकर आए और पिटाई करने लगे।

देथा ने 21 को संभाला कार्यभार

EO की पोस्ट पर ट्रांसफर होकर आए देथा ने 21 अक्टूबर को ही कार्यभार ग्रहण किया था। इसके बाद सोमवार को ही दोनों अधिकारी एक सीट पर बैठने की जल्दबाजी में थे। व्यास जल्दी पहुंचे और कुर्सी पर जाकर बैठ गए। इसी से नाराज होकर व्यास के विरोधी लोगों ने हमला कर दिया।

ताला तोड़कर किया प्रवेश

आरोप लगाया जा रहा है कि भवानीशंकर व्यास ने चार्ज नहीं दिया तो स्थानान्तरण से आए नए EO देथा ने अधिशासी अधिकारी के रूम का ताला तोड़कर प्रवेश किया।

फर्जी पट्‌टों का है विवाद

दरअसल, श्रीडूंगरगढ़ में करोड़ों रुपए की सम्पत्ति के फर्जी पट्‌टों को लेकर अर्से से विवाद चल रहा है। एक पक्ष का आरोप है कि कुछ लोग बाहुबल के दम पर पट्‌टे लेना चाहते हैं। वहीं दूसरे पक्ष का आरोप है कि EO व्यास पट्टों का वितरण नहीं होने दे रहे। दोनों पक्षों के अपने तर्क है, शिकायत है। इस बीच सरकार ने व्यास का स्थानान्तरण कर दिया लेकिन बाद में वो कोर्ट से स्टे ले आए।