बीकानेर। अकादमी के राष्ट्रीय प्रेस संयोजक पृथ्वीसिंह बैनीवाल ने बताया कि देश के कुल 586 केंद्रों पर जिला, तहसील और केंद्र प्रभारियों की देखरेख में 50 हजार से अधिक परीक्षार्थी जाम्भाणी परीक्षा देंगे। परीक्षा के लिए अकादमी अध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद और परीक्षा संयोजक विनोद जम्भदास के कुशल नेतृत्व में व्यापक प्रबंध किए जा चुके हैं।  बैनीवाल ने बताया कि पूरे भारत में जो भी विद्यार्थी राष्ट्रीय एवं स्टेट/प्रांत में जाम्भाणी साहित्य ज्ञान परीक्षा के कनिष्ठ और वरिष्ठ वर्गों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करेगा, उनको भामाशाह रमेश बाबल दुबई एवं भागीरथ बाबल टाटा द्वारा बच्चों में संस्कार को बढ़ाने, जम्भेश्वर भगवान की शिक्षाओं को हर घर पहुंचाने एवं बच्चों और प्रभारियों को प्रोत्साहन करने के लिए संत रणधीरजी बाबल पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाएगा। साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले को 11000 रुपए नकद राशि, सम्मान प्रतीक, शॉल, श्रीफल, द्वितीय स्थान वाले को 7100 रुपए नकद राशि, सम्मान प्रतीक और तृतीय को 5100 रुपए नकद राशि, सम्मान प्रतीक प्रदान किए जाएंगे। इसी प्रकार प्रांत स्तर पर प्रथम को 5100, द्वितीय को 3100 एवं तृतीय को 2100 नगद राशि एवं सम्मान प्रतीक दी जाएगी। राष्ट्रीय, राज्य और क्षेत्रीय स्तर पर विजेता विद्यार्थियों को अकादमी द्वारा प्रकाशित पुस्तकें भी प्रदान की जाएंगी।