बीकानेर। के देशनोक में घर की कुंडी में गिरने से दो सगे नन्हें भाईयों की दर्दनाक मौत हो गई। मां बाथरूम में स्नान कर रही थी, उसी वक्त आंगन में खेल रहे बच्चे कुंड में जा गिरे। काफी देर बाद बच्चों को संभाला तो कुंड में लाशें तैरती हुई मिली। देशनोक कस्बे में शिवलाल मेघवाल के घर में ये दर्दनाक हादसा हुआ है। शिवलाल खुद सुबह छह बजे मजदूरी पर चला गया था। दोपहर में उसकी पत्नी नहाने गई और वापस आई तो दो बेटे विष्णु (ढाई साल) और हरिओम (डेढ़ साल) नजर नहीं आए। काफी देर इधर-उधर ढूंढने के बाद उसकी नजर घर के आंगन में बने कुंड पर पड़ी, जो खुला था। अंदर झांककर देखा तो मां का कलेजा ही बैठ गया। दोनों बच्चों की लाश पानी में तैर रही थी। उसने पड़ोसियों को बुलाया तो बच्चों को बाहर निकाला गया। बच्चों की लाश देखकर मां बेसुध हो गई। शिवलाल को पड़ौसियों ने ही फोन करके बुलाया। तुंरत बच्चों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। काफी देर तक बच्चे इस कुंड में रहे, ऐसे में उनकी मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिए हैं। हालांकि थानाधिकारी संजय सिंह और सीओ भवानी सिंह इंदा देशनोक के बजाय बीकानेर में किसी मीटिंग में व्यस्त रहे।
लापरवाही के कारण हादसा
दरअसल, ये हादसा लापरवाही के कारण हुआ। घर के आंगन में ही कुंडी बनी हुई है, जिसकी कोई ऊंचाई नहीं है। कुंडी का गेट है लेकिन वो खुला पड़ा था। ऐसे में ढाई व डेढ़ साल के बच्चे खेलते हुए वहां पहुंच गए। एक के बाद एक बच्चा इस कुंड में जा गिरा।
अब घर के आगे भीड़
घटना की जानकारी मिलने के बाद कस्बे में शिवलाल के घर के आगे भीड़ जमा हाे गई है। शिवलाल के दो ही बेटे थे और दोनों की इस दर्दनाक हादसे में मौत हो गई। मां को बार-बार पानी छिड़ककर उठाया जा रहा है तो पिता शिवलाल खुद बदहवास सा इधर से उधर घूम रहा है।