बीकानेर। बीतीरात को एक युवक ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। मृतक की पहचान देशनोक थाना क्षेत्र के गांव पलाना निवासी अर्जुनराम पुत्र मांगीलाल के रूप में हुई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया। लेकिन मृतक के परिजनों ने यह कहते हुए शव लेने से इनकार कर दिया कि उसकी हत्या की गई है, इसलिए पुलिस मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करे। परिजनों ने कलेक्ट्रेट में विरोध-प्रदर्शन किया और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। जिसमें देशनोक पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाये है। मृतक के पिता मांगीलाल के नाम एसपी को सौंपे ज्ञापन में बताया कि उसके भाई की लड़की को शिव पुत्र गोपालराम भगा ले गया था। जिसका हमने ओलभा दिया तो पन्नाराम के घर वाले हमसे रंजिश रखने लगे। ज्ञापन में बताया कि हमने देशनोक पुलिस थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने के लिए रिपोर्ट दी, लेकिन पुलिस ने एमपीआर लिख ली और मुकदमा दर्ज नहीं किया। इस पर उसका लड़का अर्जुनराम ने कई बार थाने में जाकर मुकदमा दर्ज करने लिये कहां जिसका पता चलने पर पन्नाराम पुत्र शेराराम, गोपालराम पुत्र पन्नाराम, सीताराम व आईदान पुत्रगण गोपाल, मदनलाल, प्रेम, जगदीश, मघाराम, मुनीराम ने एकराय होकर कल रात को मार दिया और शव रेलवे ट्रेक पर फेंक दिया। आरोप है कि इस कृत्य में पुलिस का सहयोग रहा। ऐसे में इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए, उसके बाद शव लिया जाएगा। मृतक के परिजनों का कहना है कि अर्जुनराम ने अगर आत्महत्या भी की है तो इसका कारण ये लोग व पुलिस ही है। जिसकी जांच होनी चाहिए। वहीं दूसरी ओर देशनोक थानाधिकारी संजय सिंह राठौड़ ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए युवक द्वारा सुसाइड करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि 27 जुलाई को लड़की की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज हुई थी। उसके बाद इन लोगों ने नामजद युवक के दादा के साथ मारपीट कर डाली जिसका थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। 14 सितंबर को लड़की के चाचा का भाई ट्रेन के आगे आकर सुसाइड कर लिया।