जयपुर, राजस्थान में 3 महीने से एक्टिव चल रहे मानसून का दौर अब धीरे-धीरे थमने लगा है। प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश तो हुई लेकिन बताया जा रहा है कि दो दिन बार बारिश का दौर थम जाएगा। इधर, बुधवार को प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में जमकर बारिश हुई। कोटा, झालावाड़, बांरा, बांसवाड़ा, डूंगरपुर समेत 19 जिलों में 1 से लेकर 5 इंच तक बरसात हुई। बारिश के बाद झालावाड़, बारां की नदियों में फिर से जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते छापी, भीमसागर समेत 4 बांधों के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक आज भी राज्य के पूर्वी हिस्से में कहीं-कहीं तेज बारिश होने का अनुमान है। पिछले 24 घंटे की रिपोर्ट देखे तो सबसे ज्यादा बरसात बारां जिले के शाहबाद में 132MM (5 इंच) बरसात दर्ज हुई। शाहबाद के अलावा अटरू, छबड़ा, किशनगंज में भी अच्छी बरसात हुई, जिससे यहां बहने वाली बरसाती नदियों का जलस्तर बढ़ गया। इसके अलावा डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, उदयपुर, बांसवाड़ा जिलों के कई हिस्सों में 50MM से ज्यादा बरसात हुई। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश में हुई अच्छी बरसात के चलते कालीसिंध, चम्बल, आहू नदियों में पानी की आवक बढ़ गई। नदियों में पानी आने से प्रशासन ने झालावाड़ में बने तीन बड़े बांध कालीसिंध, भीमसागर और छापी के गेट खोलकर पानी की निकासी शुरू कर दी है। प्रशासन ने भीमसागर का एक गेट खोलकर 1250 क्यूसेक, काली सिंध के एक गेट से 4286 क्यूसेक और छापी डेम के एक गेट से करीब 2 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी की निकासी की जा रही है। इनके अलावा कोटा बैराज, बीसलपुर, सोम कमला अम्बा बांध से भी पानी की निकासी लगातार जारी है।
अब आगे क्या?
जयपुर मौसम केन्द्र ने आज सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, उदयपुर, राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं 16 सितम्बर से प्रदेश में बारिश का दौर धीमा पड़ने और मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है।