श्रीडूंगरगढ़. तोलियासर गांव के पास 9 सितंबर की रात को चाकू मारकर युवक सांवरमल पुत्र ओंकारमल निवासी कालुबास की हत्या के मामले में पुलिस को सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी मनोज पुत्र दुलाराम जाट निवासी धीरदेसर चोटियान को पंजाब बॉर्डर के पास संगरिया से गिरफ्तार किया है।
सीओ दिनेश कुमार ने बताया कि वारदात के बाद शातिर आरोपी मनोज ने पहचान छुपाने के लिए हुलिया भी बदल लिया। उसने बाल कटवा लिए और कपड़े भी लगातार बदल रहा था। मोबाइल ट्रेस न हो, इसलिए अलग-अलग लोगों के नम्बरों से कॉल कर रहा था। इस दौरान आरोपी राजस्थान के विभिन्न शहरों सहित दिल्ली, उत्तराखंड के ऋषिकेश, पंजाब व गुजरात में ट्रेन व अन्य साधनों से घूमता रहा।भरोसे पर खरा उतरा कांस्टेबल लेखराम तोलियासर भैंरूजी मेले के दौरान पैदल जा रहे श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच हुई सनसनीखेज वारदात से एक बार तो सभी हतप्रभ रह गए। इस वारदात का हाथोंंहाथ कोई सुराग नहीं मिला था। यह एक तरह ब्लाइंड मर्डर था, लेकिन तत्कालीन थानाधिकारी वेदपाल शिवराण की टीम ने 12 घण्टे में ही आरोपियों को चिन्हित कर लिया और एक आरोपी लेखराम जाट को गिरफ्तार भी कर लिया, लेकिन मुख्य आरोपी मनोज जाट की गिरफ्तारी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार के निर्देशानुसार सीओ दिनेश कुमार व नोखा थानाधिकारी ईश्वरराम के सुपरविजन में कांस्टेबल लेखराम को आरोपी की कॉल डिटेल व लोकेशन के आधार पर पुलिस टीमों को भेजने की जिम्मेदारी सौंपी गई। कांस्टेबल लेखराम ने 72 घण्टे तक लगातार निगरानी कर आरोपी की कॉल डिटेल निकाली। साथ ही आरोपी से बात करने वाले लोगों को चिन्हित कर थाने लाया गया। आरोपी को रुपए देकर मदद करने वाले व्यक्ति को भी चिन्हित किया गया। आरोपी ट्रेन में सफर करते हुए यात्रियों के फोन काम ले रहा था। कांस्टेबल लेखराम ने पुलिस अधिकारियों के भरोसे पर खरा उतरकर आरोपी मनोज को संगरिया रेलवे स्टेशन से पकड़वाने में कामयाबी हासिल की। कांस्टेबल गोरखाराम, गोगराज व राजवीर ढाका ने भी आरोपी के रिश्तेदारों से इनपुट जुटाए। कॉल डिटेल और इनपुट के आधार पर हेड कांस्टेबल भगवानाराम, कांस्टेबल पुनीत कुमार, श्रीकिशन, अजीत व रामनिवास की टीम ने आरोपी को पकड़ लिया।
सीओ दिनेश कुमार ने बताया कि आरोपी मनोज का अपनी पत्नी से विवाद था और वह तोलियासर पैदल जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में आरोपी और उसकी पत्नी के बीच बोलचाल हुई। सांवरमल सुथार भी पैदल जा रहा था। सांवरमल ने मनोज और उसकी पत्नी के बीच में बोलना भारी पड़ा और मनोज ने चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी।