जयपुर, राजस्थान में अभी मानसून विदा नहीं हुआ, लेकिन बारिश का सिलसिला धीमा पड़ने से गर्मी के तेवर तेज हो गए है। पिछले 24 घंटे की रिपोर्ट देखें तो प्रदेश के 14 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया है। सबसे ज्यादा 7.4 डिग्री सेल्सियस तक तापमान धौलपुर में बढ़ा है। प्रदेश के 4 शहरों को छोड़ दें तो सभी जिलों में दिन का तापमान कल 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर ही रहा। दिन ही नहीं बल्कि रात में तापमान बढ़ने से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग ने 11 सितंबर से गर्मी से राहत मिलने की संभावना जताई है। जयपुर मौसम केन्द्र से मिली रिपोर्ट के मुताबिक पिछले अजमेर, जयपुर, कोटा, उदयपुर, अलवर, फलौदी में 1 से 1.5, सीकर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, बांसवाड़ा, नागौर 2, जालौर में 3 डिग्री सेल्सियस तक तापमान बढ़ा है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी धौलपुर जिले में हुई, जहां 24 घंटे में अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस से बढ़कर 39 डिग्री पर पहुंच गया। बुधवार के दिन बीकानेर, चूरू में भी दिन का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ। सबसे ज्यादा तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस बीकानेर का रहा। वहीं जयपुर, जोधपुर, गंगानगर, टोंक, बांसवाड़ा समेत कुछ शहरों में रात का न्यूनतम तापमान भी 27 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहने लगा है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो मौसम साफ रहने, वातावरण में मोइश्चर (नमी) का लेवल कम होने और तेज धूप निकलने से गर्मी बढ़ रही है।

गंगानगर, झालावाड़, बांसवाड़ा में हल्की बारिश
इधर पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में स्थानीय स्तर पर हल्की बारिश भी हुई। गंगानगर, झालावाड़, बांसवाड़ा और सवाई माधोपुर के कुछ हिस्सों में 3 से लेकर 31MM तक पानी बरसा। झालावाड़ के पिड़ावा में 28MM, झालरापाटन में 20, डग में 15, गंगानगर के हिंदूमलकोट में 31 और लालगढ़ जाटान में 13, सवाई माधोपुर के गंगापुरसिटी में 14, बामनवास में 11, बांसवाड़ा के कुशलगढ़ में 6MM बरसात हुई।

11 सितंबर से राहत मिलने की संभावना
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक तेज गर्मी से लोगों को 11 सितंबर से राहत मिलने की संभावना है। बंगाल की मध्य खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है। जो जल्द ही अगले 24 घंटों में कम दबाव के क्षेत्र में बदल समुद्र तट को पार करके सेंट्रल इंडिया के राज्यों की तरफ बढ़ेगा। इस सिस्टम से उड़ीसा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश के साथ दक्षिण राजस्थान के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। इस सिस्टम के बाद एक दूसरा नया सिस्टम भी विकसित होने की प्रबल संभावना है।