जयपुर, पड़ोसी देश पाकिस्तान-अफगानिस्तान में टेम्परेचर बढ़ने से लो प्रेशर एरिया बन गया है। इस कारण मानसून एक बार फिर से तेजी से एक्टिव हो रहा है। यानी राजस्थान में बारिश का दौर दोबारा शुरू होने वाला है। प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी जिलों में तो बारिश शुरू भी हो चुकी है। वहीं, शनिवार को 20 जिलों में अच्छी बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, झुंझुनूं, सीकर, टोंक, बूंदी, भीलवाड़ा, उदयपुर, सिरोही के माउंट आबू, झालावाड़, बारां, राजसमंद, कोटा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़ जिलों और आसपास के इलाकों में बिजली की गरज-चमक के साथ हल्की से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसी के साथ 9 सितंबर से 15 सितंबर तक पूरे प्रदेश में भारी बारिश होगी। सितंबर महीने में औसत से ज्यादा 109 पर्सेंट बारिश राजस्थान में होगी। मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान में इस साल मानसून के दौरान अब तक 1 जून से 31 अगस्त तक कुल 539.9 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है। यह औसत से 45 पर्सेंट ज्यादा है। इससे पहले साल 1944 में जून, जुलाई और अगस्त महीने के दौरान पूरे प्रदेश में कुल 611 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी।

जयपुर में बारिश का दौर, बांसवाड़ा-भीलवाड़ा-राजसमंद में 7 सेमी बारिश रिकॉर्ड

पिछले 24 घंटे में पूर्वी राजस्थान में 1 से 7 सेंटीमीटर तक बारिश रिकॉर्ड की गई है। पश्चिमी राजस्थान में 1 सेंटीमीटर से कम बारिश रिकॉर्ड हुई है। जयपुर में शुक्रवार से ही बारिश का दौर जारी है। इसके अभी जारी रहने की संभावना है। वहीं, राजधानी में अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। बांसवाड़ा के घाटोल, भुंगड़ा, भीलवाड़ा और राजसमंद के आमेट में सबसे ज्यादा 7 सेंटीमीटर पानी बरसा है। उधर, राजस्थान में मानसून की विदाई तय समय पर सितंबर अंत में होने की संभावना है। लेकिन वेदर फोरकास्ट के मुताबिक उससे पहले राजस्थान में भारी बारिश का एक दौर और आएगा।

अगस्त में टूटा रिकॉर्ड

पिछले 11 साल का रिकॉर्ड देखें तो अगस्त में चौथी बार 8 इंच तक बारिश हुई है। इस बार भी बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ा है। अगस्त में औसत से ज्यादा बरसात हुई, जिसका नतीजा ये रहा कि इस बार पूरे महीने में प्रदेश के सभी बड़े बांध ओवरफ्लो हैं। वहीं, सितंबर में अधिक बारिश के अलर्ट के बाद कहा जा रहा है कि इस बार मानसून 78 साल का रिकॉर्ड तोड़ेगा। मौसम केंद्र के अनुसार वर्ष 1944 में सर्वाधिक 611MM बारिश रिकॉर्ड हुई थी, लेकिन इस बार अगस्त तक ही 539MM बारिश हो चुकी है।

3 साल बाद बीसलपुर बांध ओवरफ्लो, गेट खोले

जयपुर, टोंक, अजमेर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध में लगातार पानी आ रहा है। इसलिए ओवरफ्लो हुए बांध से लगातार पानी की निकासी का दौर 10वें दिन भी जारी है। 26 अगस्त को बांध के दो गेट खोले गए थे। गेटों को 20 सेंटीमीटर खोलकर प्रति सेकेंड 1200 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। जयपुर सहित अन्य जिलों के लिए जनवरी 2024 तक का पानी बांध में आ चुका है। अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दो साल तक इस डेम से पीने के पानी की लगातार सप्लाई होती रहेगी।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिंता बढ़ी

मौसम विभाग के नए अलर्ट के बाद प्रदेश के उन क्षेत्रों में चिंता बढ़ गई है जो हाल ही में बाढ़ से प्रभावित रहे हैं। इनमें धौलपुर, करौली, उदयपुर और कोटा संभाग के जिले शामिल हैं। अगस्त महीने में यहां तेज बारिश और नदियों में उफान के कारण हजारों लोगों बेघर हो गए थे। इसके अलावा हजारों हेक्टेयर में तैयार फसल भी खराब हुई थी। इसके बाद सरकार की ओर से यहां नुकसान को लेकर सर्वे कराया जा रहा है, लेकिन अब तक सही जानकारी सामने नहीं आई है।

दिन में हनुमानगढ़ सर्वाधिक 39.7 डिग्री गर्म, रात में पाली 20.4 डिग्री पर सबसे ठंडा

प्रदेश का सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान हनुमानगढ़ में 39.7 डिग्री और सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान श्रीगंगानगर में 27.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। सबसे कम अधिकतम तापमान भीलवाड़ा में 30.1 डिग्री और सबसे कम न्यूनतम तापमान पाली के जवाई बांध पर 20.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।मानसून कमजोर पड़ने के कारण पिछले 4-5 दिन से प्रदेश में तापमान में 3-4 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में 3 से 8 सितम्बर के बीच तापमान वापस 40 से 42 डिग्री के बीच पहुंच सकता है। 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी तापमान में देखने को मिल सकती है।