बीकानेर, संभाग के सबसे बड़े डूंगर कॉलेज में एनएसयूआई संकट में आ गया है। यहां संगठन के जिलाध्यक्ष सुंदर बेरड खुद विरोध में खड़े हाे गए हैं। उनका आरोप है कि डूंगर कॉलेज में टिकट वितरण में दिल्ली से हस्तक्षेप हुआ है, जो सहन नहीं होगा। आज दोपहर तक बेरड़ अपनी तरफ से नया प्रत्याशी तय करेंगे और उसे जीत दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे। बातचीत में बेरड ने बताया कि दोपहर दो बजे तक हम अपना उम्मीदवार तय कर देंगे। एनएसयूआई ने यहां से बीए थर्ड इयर के स्टूडेंट हरीराम गोदारा को टिकट दिया है। सोमवार शाम को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के साथ राम मंदिर में आयोजित मीटिंग में बेरड ने कहा कि कोई भी स्थिति में हम उस केंडिडेट के साथ खड़े नहीं होगा। उन्होंने दीपेंद्र हुड्डा का नाम लेते हुए कहा कि दिल्ली से टिकट तय नहीं होंगे, बल्कि कॉलेज के स्टूडेंट्स तय करेंगे कि उनका अध्यक्ष प्रत्याशी कौन होगा? बेरड़ के इस बगावती तेवर के बाद एनएसयूआई इस कॉलेज में परेशानी में आ गई है। एनएसयूआई अगर अपने ही वोट दो हिस्सों में काटती है तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के प्रत्याशी को सीधे सीधे लाभ हो सकता है। वहीं बेरड़ और उनके समर्थकों का कहना है कि वो हर हाल में अपने उम्मीदवार को जीत दिलाएंगे। मंगलवार शाम की मीटिंग में बड़ी संख्या में पहुंचे युवाओं ने बेरड के साथ होने का दावा किया।
बीकानेर : NSUI मुश्किल में, जिलाध्यक्ष ही अध्यक्ष केंडिडेट के विरोध में उतरा, आज दोपहर तक अपना उम्मीदवार उतारेंगे, पढ़े खबर
