बीकानेर. भ्रष्टाचार को बेनकाब करने वाली अदृश्य स्याही तो एसीबी की ओर से भ्रष्टाचारी के हाथ धुलाते ही अपना रंग दिखा देती है। परन्तु परिवादी की ओर से दिए इन नोटों पर लगी स्याही को छूटने में सालों बीत जाते है। एसीबी जब्त राशि को मालखाना में जमा कर लेती है। मामला कई साल तक कोर्ट में चलता रहता है और परिवादी को रुपए वापस पाने के लिए इंतजार करना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार ने पिछले साल रिवॉल्विंग फंड (पुनर्भरण कोष) बनाया। परन्तु एक साल में एक भी परिवादी को इस कोष से एक रुपया भी नहीं दिया गया है। जबकि कोष के माध्यम से एसीबी की ओर से राशि जब्त करने के एक महीने के भीतर वापस लौटाने की व्यवस्था की गई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की ओर से प्रदेशभर में बीते ढाई साल में 1024 ट्रेप किए गए। इनमें परिवादी से लिए गए, भ्रष्टाचारी से बरामद करोड़ों रुपए रुपए एसीबी के माल खाने में जमा पड़े है। इससे पहले के सालों के भी एसीबी के ट्रेप के मामलों की राशि उनके परिवादियों को वापस नहीं लौटाई जा सकी है। अकेले बीकानेर रेंज की ही बात करें तो डेढ़ साल में इन मामलों में करीब 13 लाख रुपए एसीबी के मालखाने में जमा हो गए है।

पिछले साल किया कोष का गठन
राज्य सरकार ने परिवादियों की ट्रेप कार्रवाई में काम ली राशि को वापस दिलाने के लिए रिवॉल्विंग फंड का गठन किया। राशि वापस लेने के लिए परिवादी को कमेटी के समक्ष आवेदन करना होता है। कमेटी आवेदन का परीक्षण कर परिवादी को राशि लौटाने का अनुमोदन करती है। बीकानेर संभाग में कई परिवादियों ने आवेदन किए लेकिन एक को भी राशि वापस नहीं मिली हैं।
बीकानेर एसीबी में दर्ज प्रकरणों पर एक नजर …
– साल 2021 में कुल 60 प्रकरण दर्ज किए, इसमें 39 ट्रेप, रिश्वत मांगने के 9, एमओ के 9 एवं डीए के 3 मामले हैं।
– साल 2022 में कुल 23 प्रकरण दर्ज किए, इसमें 18 ट्रेप, रिश्वत मांगने के 4 मामले हैं।
– डेढ़ साल में एसीबी ने करीब 12 लाख 83 हजार 220 रुपए जब्त किए हैं।
– साल 2021 में सात लाख 12 हजार 320 रुपए जमा।

– साल 2022 में अब तक पांच लाख 70 हजार 900 रुपए जमा।

यूं अटक जाती है राशि
साल 2021 से पहले तक ट्रेप के दौरान जब्त राशि कोर्ट का फैसला आने के बाद ही लौटाई जाती थी। इस दौरान यह राशि एसीबी के मालखाने में जब्त रहती। ऐसे में परिवादी भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों को रिश्वत लेते ट्रेप कराने से कतराने लग गए। इस पर सरकार ने परिवादियों को ट्रेप के दौरान जब्त राशि एक माह के भीतर वापस लौटाने का निर्णय लिया। जो रिवॉल्विंग फंड के माध्यम से किया जाना है।

प्रदेश में ढाई साल में एसीबी की कार्रवाई
साल – ट्रेप – डीए – एमओ – कुल2020 – 313 – 16 – 34 – 363

2021 – 430 – 29 – 42 – 501

2022 – 281 – 10 – 09 – 300
प्रस्ताव मुख्यालय में प्रक्रियाधीन.

ट्रेप की कार्रवाई के बाद परिवादियों की राशि लौटाने का प्रावधान है। परन्तु रिवॉल्विंग फंड से राशि लेने के लिए परिवादी को आवेदन करना पड़ता है। जिस पर मुख्यालय स्तर पर गठित कमेटी विचार कर राशि लौटाती है। बीकानेर रेंज के ऐसे प्रस्ताव मुख्यालय भेजे गए हैं, जो अभी प्रक्रियाधीन हैं। इस बारे में उच्चाधिकारियों से बात कर इसमें आ रही अड़चन को दूर करेंगे।