बीकानेर, प्रदेश में गायाें के बाद अब भैंसाें में भी लम्पी संक्रमण फैलने की आशंका है। सीएमआर में रविवार को कलेक्टर्स और पशुपालन विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि कुछ जगह भैंसों में भी लम्पी के लक्षण नजर आ रहे हैं। हालांकि यह संख्या ज्यादा नहीं है लेकिन संक्रमण की आशंका को देखते हुए विभाग को कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में अब तक 3.60 लाख से ज्यादा गायें लम्पी से संक्रमित हो चुकी हैं और 16 हजार से ज्यादा गोवंश की मौत हो चुकी है। बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलाेत ने निर्देश दिए कि जरूरत पड़ने पर बिना टेंडर दवाएं खरीदी जाएं। मुख्यतः प्रभावित जिले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, नागौर, पाली, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, सिरोही, जालोर व जोधपुर में संक्रमण व मृत्यु दर में कमी आई है। जयपुर, अजमेर, सीकर, झुंझुनूं व उदयपुर में स्थिति को लेकर निरंतर माॅनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गोशालाओं के लिए अनुदान की अवधि 6 माह से बढ़ाकर 9 माह कर दी है। गोपालन विभाग बनाकर गोवंश के संवर्धन के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।

गाइडलाइन के अनुसार लगेंगे टीके : पशुपालन मंत्री
दूसरी ओर, पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने बताया कि केन्द्रीय पशुपालन विभाग व वैज्ञानिकों की सलाह के मुताबिक संक्रमित पशु को टीका नहीं लगाया जा सकता। इसके पीछे तर्क है कि किसी गांव में एक पशु संक्रमित हुआ तो इसका अर्थ है सभी पशु चपेट में आ चुके हैं और लक्षण सामने आने शेष हैं। ऐसे में एक भी पशु संक्रमित होने पर संबंधित गांव में किसी भी पशु को टीका नहीं लगेगा। मंत्री कटारिया ने कहा- वैज्ञानिकों की गाइडलाइन के अनुसार ही प्रदेश में टीकाकरण होगा।