
बीकानेर. युवा वर्ग अपराध की ओर आकर्षित हो रहा है। इस बात की पुष्टि हाल ही के दिनों में हुई फायरिंग व फिरौती की घटनाएं करती हैं। युवा हाइ-फाइ लाइफ स्टाइल और चकाचौंध की जिंदगी को अपना रहे हैं। बीकानेर जिले के शातिर बदमाश इसी का फायदा उठा रहे हैं। कम उम्र के किशोरों को लालच देकर अपना काम निकलवा रहे हैं। साल 2020 से 2022 तक में अब तक गिरफ्तार हुए बदमाशों में 198 युवा हैं, जिनकी उम्र महज 20 से 22 साल है, जो गंभीर आपराधिक घटनाओं के आरोपी हैं। युवा हत्या, दुष्कर्म, लूट जैसे मामलों के अलावा अब व्यापारियों व बड़े प्रतिष्ठित व्यक्तियों से फिरौती मांगने में भी पीछे नहीं हैं।
– पांच मई, 22 को पूगल थाना क्षेत्र के रणधीसर गांव में जयप्रकाश ज्याणी से एक करोड़ की फिरौती मांगी। फरौती नहीं देने पर बदमाशों ने फायरिंग की।- 7 जून, 22 को केन्द्रीय मंत्री गोविंदराम मेघवाल को बदमाशों ने फोन कर 70 लाख रुपए की फिरौती मांगी। फिरौती नहीं देने पर परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई।- 5 अगस्त को नोखा के वार्ड नंबर 43 निवासी रामलाल रामावत से फोन कर तीन लाख रुपए की फिरौती मांगी। फिरौती की रकम नहीं देने पर बेटे के अपहरण करने की धमकी दी।- प्रॉपर्टी व्यापारी से 20 लाख की फिरौती मांगी। फिरौती की रकम नहीं देने पर व्यापारी की हत्या करने की योजना तक बना ली। पुलिस ने हत्या की योजना बनाने वाले कैलाश कांकरिया व मोहित सेठिया को पकड़ा।- 25 जुलाई, 22 को सैरुणा गांव के व्यवसायी से फोन कर एक लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। पुलिस ने इस मामले में नोखा निवासी राहुल को पकड़ा। अपराध के ग्लैमर से दूर रहें युवाअपराध का अंजाम जेल है। ग्लैमर के कारण कम उम्र में युवा अपराध कर रहे हैं, उन्हें समझाने की जरूरत है। वे अपने भविष्य को बर्बाद कर रहे हैं। युवा अपराध और आपराधिक गिरोह से दूर रहें। इन दिनों के फिरौती के मामले में पकड़े गए युवा 20 से 22 साल की उम्र के हैं। युवा इंटरनेट कॉलिंग के जरिए अपराध कर बचना चाहते हैं, जबकि वे नहीं जानते कि पुलिस से बचना आसान नहीं है। वे किसी भी तरह से अपराध कर बच नहीं सकते।