बीकानेर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत गोद लिए गए गांव कावनी में कृषि विज्ञान केंद्र बीकानेर द्वारा लंपी त्वचा रोग (LSD) के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे राजुवास के डॉ ताराचंद नायक ने बताया के बीमारी के प्रारंभिक लक्षणों में पशु को बुखार आता है तो उसी समय ही पशु चिकित्सक से सलाह लेकर उपचार प्रारंभ कर देना चाहिए। इसी के साथ बीमार पशु को अन्य स्वस्थ पशु से अलग कर देना चाहिए। क्योंकि यह बीमारी मक्खियों तथा मच्छरों से तेजी से फैलती है इसलिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। मृत पशुओं को खाली स्थान पर ना फेंक कर उनको नमक के साथ दफनाना चाहिए ताकि बीमारी आगे ना फैलें। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रयासों से कावनी में शिविर का भी आयोजन किया जायेगा। जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार जिला, पंचायत समिति और तहसील स्तर पर इस बीमारी के नियंत्रण हेतु जिला दूरभाष नंबर 0151-2226031, जिला स्तरीय एलएसडी नियंत्रण कक्ष 0151-2226601 उपलब्ध कराएं गए हैं। आज के जागरूकता कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ दुर्गा सिंह तथा वैज्ञानिक डॉ केशव मेहरा भी उपस्थित रहे ।