बीकानेर, सावन मास के अंतिम दिनों एक बार फिर इंद्रदेव ने बीकानेर पर मेहरबानी दिखाई है। बुधवार सुबह से शहर में उमड़-घुमड़ रहे बादलों ने दोपहर करीब डेढ़ बजे बरसना शुरू किया, जो शुरू में तेज थे लेकिन दस-पंद्रह मिनट बाद रिमझिम में बदल गए। बारिश ने एक बार फिर शहर में ठंडक का अहसास कराया है, वहीं उमस से राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है। मौसम विभाग ने सुबह चेतावनी दी थी कि जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, सवाईमाधोपुर,करौली, धौलपुर,टोंक, बूंदी, अजमेर,भीलवाड़ा, बीकानेर,कोटा, बारां, चित्तौड़गढ़,प्रतापगढ़ नागौर,झालावाड़ ,जिलों आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं मेघगर्जन/आकाशीय बिजली के साथ पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। दोपहर एक बजे के आसपास बादलों की आवाजाही बढ़ने लगी और फिर जोर से बारिश हुई। शुरूआती दस मिनट तो काफी तेज बारिश ने सड़कों को जलमग्न कर दिया। वहीं बाद में रिमझिम बारिश काफी देर तक चलती रही।

स्कूली बच्चे परेशान हुए

जिस समय बारिश हुई, कमोबेश उसी समय स्कूलों में छुटि्टयां हुई। घर जा रहे बच्चे बारिश में भीगते हुए ही अपने घर गए, जबकि बस व ऑटो में भी बच्चों को बारिश ने भिगोया। वहीं शहर के मुख्य मार्गों पर एक बार फिर बारिश के चलते रास्ते जाम हो गए।

आगे फिर उम्मीद

बीकानेर में बारिश को ये आखिरी दौर नहीं है बल्कि कुछ दिन और बरसात हो सकती है। मौसम विभाग की मानें तो तीन अगस्त से नया सिस्टम बना है, जिससे पश्चिमी राजस्थान के कुछ जिलों में बारिश हो सकती है। बीकानेर संभाग के अन्य जिलों में भी बारिश हो सकती है।