बीकानेर। गजनेर पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों पर एक व्यक्ति के साथ मारपीट करने का आरोप लग रहा है। ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को एसपी को ज्ञापन देकर मामले की जांच करवाकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। राठो की ढाणी, गोयलरी निवासी महेन्द्र सिंह पुत्र उम्मेद सिंह का आरोप है 2 अगस्त की शाम को वह अपने भाई दिलीप सिंह को साथ लेकर दीपक माईन्स के रास्ते से अपना लोडर लेकर घर की तरफ आ रहा था। तभी रास्ते में पीछे से एक सफेद रंग की ब्रेजा कार आई जिसे गजनेर पुलिस थाने का सिपाही अंकित चला रहा था। साथ में सिपाही रामनिवास उर्फ रामविलास व तीन अन्य पुलिसकर्मी गाड़ी में बैठे थे। जिन्होंने आगे आने के लिए उससे साईड मांगी तो उसके भाई ने थोड़ा रूकने का ईशारा किया। आरोप है कि इस पर अंकित ने अपनी कार से उसके लोडर के पीछे टक्कर मारी। जिस पर उसके भाई दिलीप सिंह ने उनको गाड़ी ध्यान से चलाने के लिए बोला। इससे वे नाराज हो गए और गाड़ी से नीचे उतरकर उसके भाई दिलीप सिंह को लोडर से खींचकर नीचे गिरा दिया। उसके बाद गाली-गलौज करते हुए उसके भाई को लात-मुक्कों से मारपीट की। आरोप है कि अंकित ने उसके भाई के मुूंह पर लात से मारी जिससे उसके भाई के मुंह पर चोटे आई ओर दांत टूट गए। उसने बीच-बचाव करने की कोशिश तो उक्त लोगों ने उसे धक्का देकर गिरा दिया और चले गए। महेन्द्र ने बताया कि दिलीप का ट्रोमा सेंटर में इलाज चल रहा है। वहीं, पुलिस मारपीट करने को लेकर इनकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि अवैध खनन कर ट्रैक्टर लेकर भागते समय वह खुद घायल हो गया। पुलिस का कहना है कि गंगापुरा गांव स्थित खान में अवैध खनन की सूचना थी। पुलिस जवान निजी वाहन से वहां पहुंचे। कार से पुलिस जवानों के उतरते ही अवैध खनन कर रहे लोग अपने-अपने वाहन लेकर भागने लगे। इस दौरान गोलरी निवासी दिलीप सिंह ट्रैक्टर लेकर भागने लगा। ट्रैक्टर के आगे लोडर लगा हुआ था। तेज रफ्तार में होने के कारण गड्ढों की वजह से ट्रैक्टर अचानक रुक गया। इससे चालक दिलिप सिंह स्टेयरिंग पर गिर पड़ा और उसके मुंह पर चोटें आई। ट्रैक्टर के रूकने से पीछे चल रही पुलिस की कार भी ट्रैक्टर से टकरा गई जिससे पुलिस की कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने राजूसिंह, छैलूसिंह व दिलीप सिंह के खिलाफ अवैध खनन करने एवं राजकार्य में बाधा डालने के आरोप में मामला दर्ज किया है। लोडरयुक्त ट्रैक्टर जब्त भी किया है।