
बीकानेर. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले आठवीं तक के विद्यार्थियों तथा बारहवीं तक की बालिकाओं को वितरित की जाने वाली निशुल्क पाठय पुस्तकें , पाठ्य पुस्तक मंडल के डिपो से 85 फीसदी नोडल केंद्रों ने उठा तो ली हैं लेकिन स्कूलों में इन पुस्तकों के वितरण की गति बेहद धीमी है। नोडल केंद्रों ने शाला दर्पण पोर्टल पर केवल 53 फीसदी स्कूलों को ही निशुल्क पुस्तकों का वितरण करना दर्शाया है, जबकि स्कूलों ने वितरित की जाने वाली पुस्तकें इसी शाला दर्पण पोर्टल पर केवल 24 फीसदी ही बताई हैं।
राज्य में हैं 10 हजार से ज्यादा वितरण केंद्र
पूरे राज्य में कुल 10 हजार 268 नोडल वितरण केन्द्र हैं, जिसमें से 8 हजार 673 नोडल केंद्रों ने पाठ्य पुस्तकें मंडल के जिलेवार स्थापित वितरण केंद्रों से तो प्राप्त कर ली हैं लेकिन 66 हजार 161 स्कूलों में से अब तक केवल 34 हजार 709 स्कूलों को ही निशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया गया है। जबकि स्कूलों द्वारा अब तक केवल 16 हजार 130 स्कूलों ने ही विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकों के वितरण की बात मानी है। जो कुल वितरित किए जाने वाऐ पाठ्य पुस्तकों का मात्र 24 फीसदी ही है।
चितौड़, झुंझनू और बारां फिसड्डी, झालावाड़, सवाई माधोपुर अव्वल
निशुल्क पाठयपुस्तकों के वितरण में चित्तौड़गढ़ जिले के एक भी नोडल केंद्र ने वितरण डिपो से निशुल्क पाठ्य पुस्तकें प्राप्त नहीं की हैं, जबकि झुझनू जिले के 323 नोडल केंद्रों में से केवल 6 तथा बारां जिले के 224 में से केवल 10 केंदेरों ने ही पाठ्य पुस्तकें प्राप्त की हैं। झालावाड़ तथा सवाई माधोपुर जिले अव्वल रहे हैं। इन जिलों के सभी नोडल केंद्रों ने डिपो से पाठ्य पुस्तकें उठा ली हैं। बीकानेर जिले में भी 99 फीसदी नोडल केंद्रों ने डिपो से पुस्तकें उठा ली हैं।
वितरण की गति धीमी
जिला वितरण केंद्रों से निशुल्क पुस्तकें उठाने की गति तो 85 फीसदी है लेकिन नोडल से स्कूलों में तथा स्कूलों से विद्यार्थियों में वितरण की गति में क्रमश: 52 फीसदी तथा 24 फीसदी का अंतर शाला दर्पण पोर्टल पर दिख रहा है, जिसे लेकर विभाग की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि जुलाई के 20 दिन निकल चुके हैं और अभी तक केवल 24 फीसदी विद्यार्थियों के हाथों में ही निशुल्क पाठ्य पुस्तकें पहुंच पाई हैं। जुलाई और अगस्त के महीनों में ही सबसे ज्यादा कार्य दिवस होते हैं। इसके बाद मेले, त्योहारों में तथा ग्रामीण विद्यार्थी खेतों में व्यस्त हो जाते हैं।