
बीकानेर. इस बार स्वतंत्रता दिवस को हमारा प्रदेश “हर घर तिरंगा-हर मन तिरंगा” की तर्ज पर मनाएगा। इस मौके पर प्रदेश में 50 लाख और बीकानेर संभाग में पांच लाख तिरंगा घरों-प्रतिष्ठानों पर फहराया जाएगा। पहले की तरह स्कूलों, सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों में 15 अगस्त को ध्वजारोहण होंगे सो अलग। आमजन को आसानी से तिरंगा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार ने भारत सरकार के टेक्सटाइल उपक्रम को झंडे तैयार करने के लिए ऑर्डर दिया है। इसी के साथ बीकानेर देश का पहला जिला है, जिसने तिरंगा को लेकर सबसे पहले तैयारियां शुरू कर दी हैं। यहां पर रात को रोड लाइटों और बिजली के पोल पर तिरंगा लाइटें जगमगाने लगी हैं। बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू जिले के लिए एक-एक लाख तिरंगा ध्वजों की व्यवस्था प्रशासन ने की है। वहीं बीकानेर जिले के लिए दो लाख तिरंगों का ऑर्डर दिया गया है। यह तिरंगा उत्सव 9 से 15 अगस्त तक चलेगा। इसके साथ ही स्वाधीनता दिवस के उपलक्ष्य में सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) और ग्रुप आइकन पिक्चर पर तिरंगा झंडा लगाने की शुरुआत की जा चुकी है। इस दौरान प्रभात फेरियां, तिरंगा यात्राएं निकाली जाएंगी।
प्रदेश में सरकार की ओर से मंगवाए गए 50 लाख तिरंगों में छोटे और मध्यम दो आकार के कपड़े के तिरंगे शामिल हैं। इनको जिला कलक्टरों के माध्यम से आमजन के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। जो खादी की दुकानों, सार्वजनिक स्थलों पर उपलब्ध कराए जाएंगे। दस रुपए और बीस रुपए देकर इन तिरंगों को लोग खरीद सकेंगे, जिन्हें अपने घरों-प्रतिष्ठानों पर लगा भी सकेंगे।
तिरंगा के यह मानक
– इसकी लम्बाई व चौड़ाई का अनुपात 3:2 होना चाहिए।- इसका कपड़ा खादी, हाथ से बुना कपड़ा, मशीन से तैयार कपड़ा, सूती या सिल्क का हो सकता है।
– सफेद पट्टी में 24 तीलियों वाले अशोक चक्र को बाद में प्रिंट किया जाना चाहिए।
साकार होगी तिरंगा छटा
बीकानेर ने स्वाधीनता दिवस की तैयारियां देश में सबसे पहले शुरू कर दी हैं। बिजली के पोल को तिरंगा लाइटों से सजाया जा रहा है। संभाग के लिए पांच लाख तिरंगे मंगवाए गए हैं, जो आमजन को उपलब्ध कराए जाएंगे। पहले की तरह खादी की दुकानों पर भी इस बार ज्यादा संख्या में राष्ट्रीय ध्वज उपलब्ध रहेंगे। अभी 9 से 15 अगस्त तक के लिए कई तरह के कार्यक्रम भी कराए जाएंगे।