बीकानेर : खतरे में विरासत, जूनागढ़ की खाई को लेकर ट्रस्ट ने निगम-यूआईटी से की शिकायत, पढ़े खबर

बीकानेर, तीन जुलाई को बीकानेर में हुई तेज बारिश से जूनागढ़ की खाई टूटी और पुरानी गिन्नाणी इलाके में इकट्‌ठा हुए पानी के अलावा नाले का पानी खाई में जाने लगा। 12 दिन बाद भी नाला ठीक नहीं होने के कारण अब सूरसागर की तरफ से भी गंदा पानी खाई में जाने लगा है। बीकानेर में लगातार बारिश ऐतिहासिक जूनागढ़ की खाई के लिए बड़ी समस्या बन गई है। तीन जुलाई को तेज बारिश के कारण पुरानी गिन्नाणी की तरफ से खाई की दीवार टूटी और उसके पास बना गंदे पानी का नाला भी टूट गया था। वहीं फर्नीचर हाउस के आगे की सड़क भी पूरी तरह से धंस गई जिससे प्रशासन को दोनों अोर का रास्ता बंद करना पड़ा। इस दौरान फड़बाजार, पंवारसर कुआं क्षेत्र से आने वाले गंदे पानी का नाला भी टूट गया जो खाई की दीवार से सटा है। इससे नाले का गंदा पानी लगातार खाई में जा रहा है। शुक्रवार को एक बार फिर बारिश होने के कारण सूरसागर क्षेत्र की तरफ का पानी भी नाले से होता हुआ पुरानी गिन्नाणी के पास खाई में गिरने लगा है। अब क्षतिग्रस्त नाले के दोनों ओर का पानी खाई में जा रहा है। इससे जूनागढ़ की नींव को खतरा होने की आशंका पर किले के प्रभारी अधिकारी देवनाथसिंह ने नगर निगम आयुक्त और यूआईटी एसई से शिकायत की। उनका कहना था कि 12 दिन से नाले का पानी लगातार खाई में गिर रहा है जिसे ठीक नहीं किया गया। सूरसागर की तरफ पानी निकलने की जगह नहीं होने के कारण अब नाले की दूसरी तरफ का पानी भी खाई में गिरने लगा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *