अलवर, सेना की तैयारी कर रहा युवक इतना डिप्रेशन में आ गया कि उसने सुसाइड करने की कोशिश की। समय रहते उसके दोस्तों ने देखा तो उसे बचा लिया। इसके बाद परिजनों को जानकारी दी। परिजन पहुंचे और उसे हॉस्पिटल ले गए। इसके बाद उसे घर ले जाया गया मामला गुरुवार को अलवर शहर का है। मुण्डावर का दिनेश(23) (बदला हुआ नाम) पिछले तीन साल से सेना की तैयारी कर रहा था। इसके लिए अलवर शहर में एक निजी कोचिंग सेंटर जॉइन किया था। 2021 में अजमेर में हुई सेना भर्ती में भी हिस्सा लिया था। कुछ महीने पहले वह अलवर में रूम लेकर रहने लगा। दिनेश के साथ रह रहे दौसा के धीरज सिंह ने बताया कि वह फिजिकल और मेडिकल पास कर चुका था। उसे उम्मीद थी कि जल्दी ही रिटन एग्जाम होगा। लेकिन, इस बीच सेना की नई पॉलिसी से वह डिप्रेशन में आ गया। इस नई पॉलिसी के तहत वह ओवर ऐज भी हो गया था। ऐसे में वह डिप्रेशन में आ गया। दो दिनों से वह गुमशुम था। गुरुवार को वह सुसाइड करने रूम में चला गया। मुझे भनक लगी तो मैं उसके पीछे गया। दिनेश रूम में फंदा लगा रहा था कि मैंने उसे बचा लिया। इसके बाद उसके मां-बाप को फोन किया। परिजन उसे अपने साथ ले गए। धीरज सिंह ने बताया कि अकेला दिनेश ही नहीं हमारे साथ रह रहे कई ऐसे युवा है जो नई पॉलिसी के तहत ओवर ऐज हो चुके हैं। सैनिक के लिए 21 साल और अन्य सेवाओं के लिए 23 साल की उम्र होती है। लेकिन, नई पॉलिसी के तहत हमें फिर से तैयारी करनी हाेगी और अब ओवरऐज भी हो गए है।

सेना की तैयारी कर रहे युवा बोले: हमारे सपने तोड़ दिए

भरतपुर के मवई गांव के निवासी लोकेंद्र व धर्मेंद्र भी दिनेश के साथ ही रहते हैं। उन्होंने बताया कि वे भी अजमेर में हुई भर्ती में फिजिकल व मेडिकल पास किया। रिटन की तैयारी थी। उससे पहले सरकार ने भर्ती निरस्त कर दी। अब अग्निपथ की घोषणा कर दी। मतलब पुरानी भर्ती में में मेडिकल व फिजिकल फिट युवाओं में सपनों पर बुलडोजर चल गया। जयपुर के सुनील ने भी बताया कि वह भी अजमेर में हुई सेना भर्ती में फिजिकल और मेडिकल पास कर चुके हैं। रिटन एग्जाम से पहले सपने टूट गए है। तीन साल पहले तैयारी की थी। लेकिन, अब अचानक इस पॉलिसी से हम ओवर ऐज हो गए है।

युवा बोले गरीब घर, लाखों हो गए खर्च
अलवर के नेहरू नगर में हॉस्टल में रह रहे युवाओं का कहना है कि दो-तीन साल से हाॅस्टल में रहकर तैयारी में लगे थे। कोरोना में 3 साल भर्ती नहीं निकली। एक-एक युवा के तीन साल में करीब 4 लाख रुपए खर्च हो गए। अब आगे नौकरी की उम्मीद भी टूट गई। कुछ नौकरी के करीब पहुंचकर रह गए। इन सब हालात ने उनको डिप्रेशन में ला दिया।
अजमेर में हुई थी भर्ती
अजमेर में अगस्त 2021 में सेना भर्ती हुई। इसमें अलवर, भरतपुर, दौसा, करौली, सीकर, टोंक, झुंझुनूं, जयपुर सहित कई जिलों के युवा शामिल हुए थे। कुछ जिलों के युवाओं को सामान्य ड्यूटी पद के लिए भर्ती में शामिल किया गया। कुछ क्लर्क व नर्सिंग व अन्य पद की भर्ती में शामिल हुए थे। यहां 29 अगस्त को दौड़ हुई 30 अगस्त को मेडिकल दिया गया। इसके बाद रिटन एग्जाम का इंतजार रहे थे। कई बार डेट बढ़ाई गई और अब भर्ती निरस्त कर दी गई है।