बीकानेर। शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान के तत्वावधान में शनिवार को पवनपुरी में कथाकार पूर्णिमा मित्रा के राजस्थानी लघुकथा संग्रह “तिस” का लोकार्पण किया गया । कार्यक्रम में सुश्री मित्रा का सम्मान किया गया ।
     कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. अजय जोशी ने कहा की बंगाली मूल की रचनाकार सुश्री पूर्णिमा मित्रा ने हिंदी और राजस्थानी में राष्ट्रीय स्तर सृजन किया है  । उन्होंने कहा की पूर्णिमा की भाषा और सृजन सशक्त और सार्थक है । कार्यक्रम अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार भवानी शंकर व्यास विनोद ने कहा कि पूर्णिमा की लघुकथाएं मौलिक और मार्मिक कथ्य से परिपूर्ण है । उन्होंने कहा कि मित्रा की रचनाओं में सामयिकता है । वरिष्ठ लघुकथकर अशफाक कादरी ने लघुकथा के महत्व और प्रासंगिकता और चर्चा करते हुए सुश्री पूर्णिमा मित्रा की लघुकथाओ की मीमांसा की । कार्यक्रम में डॉ. सुमन बिस्सा ने कहा कि सुश्री मित्रा की लघुकथाओं में नारी विमर्श और समय की चुनौतियां है । कवि कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने मित्रा की लोकार्पित पुस्तक को अद्वितीय बताया । कार्यक्रम में वरिष्ठ कथाकार श्रीमती आनंद कौर व्यास ने मित्रा की लघुकथाओ को प्रासंगिक बताया । कार्यक्रम में सुश्री मित्रा ने अपना रचनाकर्म साझा किया । प्रेरणा प्रतिष्ठान के अध्यक्ष प्रेम नारायण व्यास ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।