कचरा संग्रहण वाहन घर-घर नहीं पहुंचा तो होगी कार्यवाही
अभय कमांड सेंटर से की जाएगी मॉनिटरिंग
जिला कलक्टर ने नगरीय निकायों के अधिकारियों की ली बैठक

बीकानेर। गली और मोहल्लों की सड़कों पर खुले में कचरा फैंकने वालों के खिलाफ अब नगर निगम द्वारा जुर्माना वसूला जाएगा। साथ ही यदि डोर-टू-डोर कचरा संग्रहित करने वाला वाहन निर्धारित समय एवं स्थान पर नहीं पहुंचेगा अथवा प्रत्येक घर से कचरा संग्रहित नहीं करेगा, तो उसके विरूद्ध भी कार्यवाही की जाएगी।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने शनिवार को नगर निगम और नगर पालिकाओं के अधिकारियों के साथ लगभग साढ़े तीन घंटे चली मैराथन बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था संधारण में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके मद्देनजर इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। कचरा संग्रहण वाहनों की नियमित मॉनिटरिंग हो। इसके लिए जीपीएस सिस्टम आधारित निगरानी के साथ मोबाइल एप्प भी बनाया जाए। जिस पर प्रतिदिन होने वाले कचरा संग्रहण का समूचा रिकॉर्ड रहे। इस पर आमजन भी अपना फीडबैक दे सकें। उन्होंने कहा कि कचरा संग्रहण वाहन द्वारा प्रत्येक घर से कचरा संग्रहित किया जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही असहनीय होगी।
अभय कमांड सेंटर से होगी मॉनिटरिंग
जिला कलक्टर ने कहा कि कोई भी व्यक्ति गीला या सूखा कचरा सड़क पर फैकता है, तो उसके खिलाफ जुर्माना वसूला जाएगा। निगम द्वारा अभय कमांड सेंटर में कार्मिकों की नियुक्ति की जाएगी, जो यहां लगाए गए कैमरों के माध्यम से सड़क पर कचरा फैकने वालों पर नजर रखेंगे और इसकी सूची निगम को प्रतिदिन उपलब्ध करवाएंगे। निगम द्वारा इनके खिलाफ नोटिस जारी कर जुर्माना वसूला जाएगा। उन्होंने बताया कि नागरिकों की कचरा संग्रहण से संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए निगम के दूरभाष 0151-2946367 पर संपर्क किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह नियंत्रण कक्ष जवाबदेह बने तथा प्रत्येक शिकायत पर त्वरित कार्यवाही हो।
आयुक्त सहित प्रत्येक अधिकारी लें राउंड
जिला कलक्टर ने कहा कि नगर निगम आयुक्त एवं पालिकाओं के अधिशाषी अधिकारी भी फील्ड में सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग करें। प्रत्येक क्षेत्र में सफाई की प्रभावी व्यवस्था रहे, यह सुनिश्चित किया जाए। शत-प्रतिशत डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण होने वाले वार्डों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिससे दूसरे भी प्रेरित हों। साथ ही चरणबद्ध तरीके से पूरे शहर में इस व्यवस्था को लागू किया जाए। उन्होंने मुख्य सड़कों पर लगने वाले ठेलों को हटाने, प्रतिबंधित पॉलीथीन की धरपकड़ तथा सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगने वाले प्रतिबंध के संबंध में जागरुकता की गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए।
ऋण आवेदन के लिए लगेंगे विशेष शिविर
जिला कलक्टर ने इंदिरा गांधी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ऋण आवेदन और स्वीकृति की प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि निगम द्वारा 15 हजार के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 8 हजार आवेदन बैंकों को भिजवाए गए हैं। वहीं बैंकों द्वारा पूरे जिले में अब तक सिर्फ 118 स्वीकृतियां ही जारी की गई हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने निगम द्वारा ऋण आवेदन के लिए विशेष शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। साथ ही अग्रणी जिला प्रबंधक को दूरभाष के माध्यम से ऋण स्वीकृति में गति लाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि कोई बैंक ऋण स्वीकृत कर आवेदक के खाते में राशि हस्तांतरित नहीं करता है, तो जिला प्रशासन से संबंधित बैंक खाते उस बैंक से दूसरे बैंकों में ट्रांसफर करवा दिए जाएंगे।
बिना सूचना अनुपस्थित अधिकारियों को नोटिस
जिला कलक्टर ने बैठक में बिना पूर्व सूचना अनुपस्थित रहने पर नोखा और श्रीडूंगरगढ़ नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन शहरों के संग अभियान के दौरान प्रत्येक पात्र व्यक्ति को पट्टे जारी किए जाएं। यह पत्रावलियां बेवजह लंबित नहीं रहें। उन्होंने सर्वे के दौरान 69ए के तहत पट्टा आवेदन के लिए सहमति जताने वाले शत-प्रतिशत आवेदन करवाने के साथ शहरी परकोटे के बाहर एवं कच्ची बस्तियों का सर्वे करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान इन क्षेत्रों के मकानों तथा पट्टाधारियों की संख्या तथा पट्टे के पात्र एवं वंचितों की संख्या की जानकारी एकत्रित की जाए। पात्र लोगों के आवेदन करवाते हुए इनके पट्टे जारी हों। इस कार्य को अभियान रूप में करने के निर्देश दिए।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, नगर निगम आयुक्त पंकज शर्मा, देशनोक नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी बृजेश कुमार सोनी सहित अन्य कार्मिक मौजूद रहे।