बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में शनिवार की रात पत्रकार के साथ मारपीट के बाद रविवार को हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। कस्बे के युवकों ने दुकानों को बंद करवा दिया। अब दुकान को ही इस क्षेत्र से हटाने की मांग उठ गई है। तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, वहीं विवादित शराब की दुकान को आज नहीं खुलने दिया। शनिवार की रात पत्रकार अशोक पारीक इस दुकान पर आठ बजे बाद भी शराब बेचने का वीडियो बना रहे थे। इसी दौरान दुकान में बैठे कुछ युवकों ने उस पर हमला बोल दिया। जिससे वो गंभीर घायल हो गया। अशोक को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल रैफर किया गया है। उसकी हालत खतरे से बाहर है। इस घटना के बाद सुबह बड़ी संख्या में लोग श्रीडूंगरगढ़ घूमचक्कर पर एकत्र हो गए। जहां दुकानों को बंद करवाना शुरू कर दिया। दोपहर तक जयपुर रोड स्थित सभी दुकानों व होटलों को बंद करवा दिया गया। शराब माफियाओं की गुंडागर्दी नहीं चलेगी जैसे नारे भी लगे। पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की गई। दोपहर तक मुख्य बाजार के अलावा कस्बे के अंदर की दुकानें भी बंद करवाई गई। उधर, पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए तीन युवकों को राउंडअप कर लिया है। पूछताछ चल रही है। अभी कुछ और युवकों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
इस घटना के विरोध में सभी पार्टियां एक मंच पर आ गई है। जिसमें भाजपा नेता रामगोपाल सुथार, राष्ट्रीय लोकदल के विवेक माचरा भी शामिल है। हजारों की संख्या में युवाओं ने पुलिस थाने का घेराव किया है और बाद में ये ही लोग एसडीएम कार्यालय पहुंच गए। चेतावनी दी गई है कि अगर दस घंटे में आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो अनिश्चितकाल के लिए बाजार बंद कर दिया जाएगा।