बीकानेर, बिनानी कन्या महाविद्यालय, नत्थूसर गेट के बाहर, बीकानेर में महाविद्यालय के तीनों ईकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन समारोह के मुख्य अतिथि सी.एम.एच.ओ. के अन्तर्गत ट्रोमा सेन्टर में कार्यरत चिकित्सा अधिकारी डॉ. लवलीन कपिल थे।
एनएसएस प्रभारी डॉ. सीमा भट्ट ने बताया कि समापन सत्र की शुरूआत छात्रा सवयं सेविकाओं द्वारा ’ उठे समाज के लिए उठे-उठे’ गीत की प्रस्तुति देकर हुई।
छात्रा स्वयं सेविकाओं को संबोधित करते हुए ट्रोमा सेन्टर के चिकित्सा अधिकारी लवलीन कपिल ने बताया कि भारत में सडक दुर्घटना से मरने वालों की संख्या निरन्तर बढती जा रही है। इसका पहला कारण वाहन चालक का स्पीड पर नियन्त्रण न होना है। उन्होने कहा जो व्यक्ति र्ट्ठोमा सेन्टर में दुर्घटना के बाद लाया जाता है हम उनमें प्राथमिकता से उनकों देखते है जो बेहोशी की हालत में हो। डॉ. कपिल ने बताया सरकार स्वास्थय सेवाओं के लिए अनेक कार्यक्रम चला रही है उनमें से एक है चिंरजीवी बीामा योजना जिसे सालाना 850 रू प्रति वर्ष का प्रीमीयम देकर 5 लाख तक की स्वास्थय बीमा की जा सकती है।
एन.एस.एस प्रभारी डॉ.अनिता मोहे भारद्वाज ने बताया कि समापन सत्र के दौरान छात्राओं ने अपने अनुभव भी साझा किये। छात्रा यामिनी ने बताया कि इस शिविर में हमको विशषक्षो को सुनने का मौका मिला जिसके द्वारा हमें महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। छात्रा नंदनी ने बताया कि इस शिविर ने हमें सिखाया की सेवा एक धर्म है जिस निः स्वार्थ भाव से किया जाना चाहिए। छात्रा वर्षा व्यास ने बताया कि इस शिविर से हममें सामूहिक कार्य करने की भावना जागृत हुई।
एनएसएस प्रभारी श्री मुकेश बोहरा ने बताया कि आज छात्राओं ने महाविद्यालय परिसर के बाहर मास्क वितरित किये।
समापन सत्र के अवसर पर महाविद्यालय समिती के सचिव श्री गौरी शंकर व्यास ने बताया कि राष्टीªय सेवा योजना एक ऐसा मंच है जिसके द्वारा हम सेवा करने के महत्व को समझ सकते है। सेवा में त्याग निहित होता है तथा सेवा निःस्वार्थ होती है। सेवा में सवतः ही कर्ता भाव की समाप्ति हो जाती है। उन्होने छात्रा स्वयं सेविकाओं के द्वारा सात दिनों में किये गये कार्य की सराहना की।
प्राचार्या डॉ. चित्रा पंचारिया ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. लवलीन कपिल का धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि छात्राओं ने अपने पूर्ण मनोयोग से इस सात दिवसिय शिविर में भाग लेकर शिविर को सफल बनाया है। उन्होने कहा कि जो प्रेरणा उन्होने शिविर में ली है वे सदैव उसे अपने मन में संजोये रखेगी और व्यवहार में उसकी अनुपालना करेगी।
समापन समारोह का विषय प्रवर्तन छात्रा सुरभि जोशी ने किया।