अजमेर. सरकारी कर्मचारियों की नई पेंशन स्कीम बंद करके पुन: पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग को लेकर नर्सिंग कर्मियों की ओर से कलक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया गया। इससे पूर्व जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के आपातकालीन गेट से रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए नर्सिंगकर्मी कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां प्रदर्शन के बाद शिष्टमंडल ने जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
जेएलएन मेडिकल कॉलेज के अखिल राजस्थान कर्मचारी महासंघ के बैनर तले प्रदर्शन में सभी कर्मचारियों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। राजस्थान नर्सिंग एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गंगाशरण जाटव ने बताया कि पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाए जिससे बरसों से राजकीय सेवा में रहने के बाद सेवानिवृति के बाद कर्मचारी अपने परिवार का भरण-पोषण ठीक प्रकार से कर सके। उन्होंने बताया कि नई पेंशन स्कीम के तहत सेवानिवृति पर कर्मचारियों को मात्र 2 से 3 हजार रुपए पेंशन के रूप में मिलेंगे, इससे बूढ़ापे में कर्मचारियों के साथ आर्थिक संकट उत्पन्न हो जाएगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन एक ओर कोरोना गाइड लाइन की पालना की दुहाई दे रहा है वहीं नर्सिंगकर्मी कोरोना गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाते नजर आए।
यह मांगें भी शामिल ; नर्सिंग कर्मचारियों की दो वर्षों से चली आ रही है मांगों के निराकरण की भी मांग के साथ सहायक कर्मचारियों का नाम (पदनाम) एमटीएस करने के साथ ही वेतनमान (18000-56900) कराने की अनुशंसा राज्य सरकार लागू करें। वर्ष 1990 के बाद सम्पूर्ण राजस्थान में सहायक कर्मचारियों की भर्तियां नहीं हुई है, रोक हटाकर शीघ्र ऊर्ती की जाए, सहायक कर्मचारियों की वर्दी सीमा/धुलाई भत्ता, पेशेन्ट केयर एलाउंस/साइकिल भत में 50 फीसदी की वृद्धि की जाए। संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए