शिक्षा मंत्री ने किया तीन हॉल मय बरामदे का उद्घाटन
बीकानेर। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने गुरुवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय करमीसर में समग्र शिक्षा द्वारा पी.ए.बी. योजनान्तर्गत 25.99 लाख रुपए की राशि से निर्मित 3 हॉल मय बरामदों का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर डॉ. कल्ला ने विद्यालय की चार दिवारी के जीर्णोद्धार व दो कमरे बनवाने की घोषणा की। शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि शिक्षा का हमारे जीवन में अत्यधिक महत्व है। विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने के साथ अपने माता-पिता व गुरुजनों का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि पुस्तकें विद्यार्थी की सबसे अच्छी मित्र तथा ज्ञान की भंडार होती हैं। विद्यार्थी, पुस्तकों से मित्रता करें और टेलीविजन व मोबाइल से दूरी रखते हुए अध्ययनशील करें। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जिला स्तर पर महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम मॉडल स्कूल खोले गए थे। इसके सकारात्मक परिणाम मिलने पर ब्लॉक स्तर पर भी ऐसे विद्यालय प्रारंभ किए गए तथा अब 5 हजार से अधिक आबादी वाले गांवों में भी महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोले जाएंगे। इससे विद्यार्थियों को अत्याधुनिक शिक्षा मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि स्कूलों के बुनियादी ढांचे व स्कूल प्रबंधन को मजबूत किया जा रहा है, जिससे विद्यार्थियों को और अधिक लाभ हो सके। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी विद्यालयों में कोविड गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करवाई जाए, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही ना हो। शिक्षा निदेशालय के संयुक्त निदेशक तेजासिंह ने स्वागत उद्बोधन दिया और शिक्षा निदेशालय की विभिन्न गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय करमीसर की प्राचार्य राज आचार्य ने शिक्षा मंत्री का आभार जताया। सेवानिवृत्त प्राचार्य आनंद व्यास ने शिक्षा मंत्री डॉ कल्ला को श्रीमद् भागवद् का आनंद पुस्तक भेंट की। इस दौरान राज्य स्तरीय टीम में भाग लेने वाले स्कूल के बास्केटबॉल खिलाड़ी घनश्याम व क्रिकेट खिलाड़ी हीरालाल को पुरस्कृत किया गया। साथ ही जिला स्तर पर प्रतियोगिताओं में शामिल रहे विद्यार्थियों को भी पुरस्कार दिए गए।
इस अवसर पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. राजकुमार शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) सुरेंद्र सिंह भाटी, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक (रमसा) हेत राम सारण, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा सहित स्थानीय नागरिक और विद्यार्थी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया