बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के संगठक महाविद्यालय ईसीबी के इनोवेशन केंद्र ने हासिल की चार स्टार रेटिंग, बना राजस्थान का दूसरा महाविद्यालय

बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के नवाचार केंद्र को राष्ट्रीय स्टार रेटिंग

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के वार्षिक मूल्यांकन ‘कॉलेज और स्टैंड अलोन संस्थान श्रेणी’ हासिल की रैंकिंग नवाचार विश्वविद्यालयों की समृद्ध पौधशालाएं, गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा के साथ नवाचार में बीटीयू नें बनाई राष्ट्रीय पहचान -प्रो.अम्बरीश शरण विद्यार्थी, कुलपति

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधीन संचालित इन्नोवेशन सैल ने देशभर के कॉलेजो, स्वतंत्र शिक्षा संस्थानो एवम विश्वविद्यालयो मे इन्नोवेशन तथा एंटरप्रेन्योरशिप केंद्रित पारिस्थितिकी तंत्र विकास हेतु संस्थान स्तर पर संचालित इन्नोवेशन सेल के प्रदर्शन के वार्षिक मूल्यांकन वर्ष 2020-21 के परिणाम घोषित किए गए । ओनलाइन समारोह की अध्यक्षता अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के चेयरमैन प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे ने की । यूजीसी के सेक्रेटरी प्रो रजनीश जैन एवम एआईसीटीई के वाइस चैयरमैन प्रो एम पी पूनिया सहित एआईसीटीई तथा यूजीसी के विभिन्न अधिकारीगणो के साथ साथ देश भर के विभिन्न संस्थानो के पदाधिकारियो ने समारोह में भाग लिया।
कॉलेज एवम स्वतंत्र सन्स्थान श्रेणी “College & Standalone Institutions Category” वर्ग में राजस्थान के दो संस्थानो ने अधिकतम चार स्टार की रेटिंग हासिल करने में सफलता प्राप्त की । बीकानेर के इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर ने 100 में से 95 अंक हासिल करते हुए चार स्टार (4 – STAR) रेटिंग हासिल की।
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 में राष्ट्रीय स्तर पर नवाचार एवम एंटरप्रेन्योरशिप को बढावा देते हुए अधिकाधिक छात्रो को इन्नोवेशन तथा समाजोपयोगी आइडिया के दम पर स्टार्ट अप के लिए प्रेरित करते हुए नेशन इकोनोमी को बूस्ट करने तथा बेरोजगारी की समस्या का स्थायी हल निकालने के लिये भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन इन्नोवेशन सेल का गठन किया गया था । इसी के अधीन राष्ट्र के हजारो संस्थानो मे इन्नोवेशन सेल स्थापित करते हुए वार्षिक कार्ययोजना का निर्धारण करके प्रत्येक संस्थान मे इन्नोवेशन, शोध, बौद्धिक सम्पदा उन्नयन के साथ साथ एंटर्प्रेन्योरशिप तथा स्टार्टअप को बढावा देने वाले पारिस्थितिकी तंत्र के विकास हेतू गतिविधिया शुरू की गई । प्रत्येक संस्थान के कार्यो तथा परफोर्मेंस के उचित रूप से वार्षिक मूल्यांकन हेतु विभिन्न बिंदुओ पर आधारित मूल्यांकन प्रणालीभी विकसित की गई। उक्त मूल्यांकन प्रणाली के आधार पर 75 से इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर ने 100 मे से न सिर्फ 95 अंक प्राप्त किए बल्कि 180 रिवार्ड पोंइंट्स प्राप्त करते हुए प्रदेश में अग्रणी स्थान हासिल किया।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. विद्यार्थी नें ईसीबी प्रशासन को इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं प्रदान की। उन्होंने कहा की शोध एवं नवाचार का विश्वविद्यालय की रैंकिंग में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। विश्वविद्यालयोंकी रैंकिंग वाली संस्था के मानकों को ध्यान में रखते हुए सफल कार्ययोजनाए बनानी चाहिए।विश्वविद्यालय ज्ञान और नवाचार का केंद्र बन सकता है साथ ही विश्वविद्यालयों को रचनात्मकता, मौलिकता और उद्यमिता के माहौल को बनाने में अग्रणी भूमिका निभानी होगी। विश्वविद्यालयों को न केवल आधुनिक अनुसंधान के केंद्र बनना होगा बल्कि उद्योगों से भी करीबी संपर्क स्थापित करना होगा। युवाओं की ऊर्जा को रचनात्मक राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों में लगाने की जरूरत बताते हुए उन्होंने युवाशक्ति को विकास की शक्तियों से जुड़ने पर बल दिया। उन्होंने विद्यार्थियों और युवाओं की ऊर्जा को रचनात्मक राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों में लगाने की जरूरत बताया। आज विश्वविद्यालयों को अनुसंधान और नवाचार केंद्र बनाने की आवश्यकता हैं, विश्वविद्यालय महज़ डिग्री और डिप्लोमा प्रदान करने वाली संस्था नहीं होती। यह समाज का वह हिस्सा है जहां ज्ञान का सृजन, नए विचारों का विकास, नवाचार और गहन चिंतन का पोषण होता है। उच्च गुणवत्ता वाले विश्वविद्यालय एक ऐसा माहौल प्रदान करते हैं जहां छात्र महान वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, सामाजिक विचारकों और प्रशासकों के रूप में तैयार होते हैं। अधिकांश विकसित देशों में विश्वविद्यालयों की प्रयोगशालाएं वे स्थान होती हैं जहां नवाचार के साथ नई प्रक्रियाओं और उत्पादों का विकास होता है जिससे उच्च शिक्षा व्यवस्था को बढ़त हासिल करने में मदद मिलती है। संक्षेप में, किसी समाज की प्रगति का अनुमान विश्वविद्यालयों की मज़बूती से लगाया जा सकता है जो युवाओं को उज्ज्वल भविष्य का मजबूत आधार प्रदान करती हैं। उच्च शिक्षा के साथ जब अनुसंधान जुड़ जाता है, तो वह ज्ञान का निर्माण करता है और ज्ञान के आधार के सतत विकास को संभव बनाता है। रचनात्मकता के साथ ज्ञान का ठोस आधार नवाचार का पोषण करता है।

इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर के प्राचार्य डा जे.पी. भामू ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे संस्थान के इन्नोवेशन सेल एवम सभी शिक्षको एवम कर्मचारियो के एकजुट छात्र केंद्रीत प्रयासो का नतीजा बताते हुए इसे संस्थान मे बेहतरीन शैक्षणिक एवम शोध गतिविधियो को बढावा मिलने की उम्मीद जताई । डा भामू ने नवाचार, शोध तथा स्टार्ट अप आधारित कार्य छात्रो के विकास एवम उन्हे उद्योगो के अनुरूप विकसित करने के साथ साथ इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर उत्तर पश्चिमी राजस्थान क्षेत्र एवम बीकानेर सम्भाग के आर्थिक एवम तकनीकी विकास की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन कर सकेगा ।

प्रो. अम्बरीश शरण विद्यार्थी,कुलपति बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय

नवाचार विश्वविद्यालयों की समृद्ध पौधशालाएं है, जो ज्ञान, विज्ञान, अनुसंधान और गुणवत्तापरक शिक्षा, नवाचार तथा शोध के संबंध में शिक्षा व्यवस्था की बदलती वैश्विक आवश्यकताओ पूरी करता हैं। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करके समृद्धिशाली बनाना है।विद्यार्थियों के कौशल और ज्ञान को समृद्ध करके उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए । देश में शोध और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय और इनके अनुसंधानकर्ता निरंतर प्रयासरत है।
बीटीयु लिए यह एक बड़ी उपलब्धि
है । हम और अधिक ऊर्जा से छात्रो के भविष्य की बेहतरी तथा समाज के आर्थिक एवम तकनीकी उत्थान मे प्रयास जारी रखेंगे ।

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